उत्तराखंड: दुष्कर्म पीडि़ता किशोरी के इलाज में लापरवाही बरतने पर डीएम ने बैठाई जांच
रुद्रपुर, दुष्कर्म पीडि़ता किशोरी के इलाज में लापरवाही बरतने वाले जिला अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारियों की गर्दन फंस सकती है। इस मामले की जांच के लिए डीएम ने संयुक्त मजिस्ट्रेट की अगुवाई में जांच बैठा दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी प्रथम दृष्ट्या इलाज में लापरवाही बरतना आपराधिक कृत्य परिलक्षित होने की बात अधिकारी मान रहे हैं। इससे अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
कोतवाली क्षेत्र की एक 11 वर्षीय किशोरी को ग्राम भूरारानी निवासी युवक ने सोमवार को पास के मकान की छत पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। महिला पुलिस ने उसी रात किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए जिला अस्पताल ले गयी थी। डॉक्टर ने खाने की दवा देकर मंगलवार को आने को कहा था। मंगलवार को पीड़िता की माँ अपनी बेटी को इलाज कराने जिला अस्पताल ले गयी तो कोई न कोई बहाना बनाकर पीड़िता का अपराह्न दो बजे तक इलाज नहीं किया गया।
इलाज के नाम पर पीड़िता भूखी रही। इस पर स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ हंगामा किया। स्वजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। साथ ही मामले की जांच की मांग की थी।सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों से भी नोकझोंक हुई थी। सीएमओ डॉक्टर देवेंद्र सिंह पंचपाल ने मौके पर पहुंचकर इलाज कराया। हालांकि पुलिस ने आरोपित को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था।
स्वजनों का यह भी आरोप था कि आरोपित युवक के पक्ष के कुछ लोग मामला रफा दफा करने का दबाव बना रहे थे। इस मामले को डीएम रंजना राजगुरु ने गंभीरता से लिया और मामले की जांच संयुक्त मजिस्ट्रेट विशाल मिश्रा को सौंप दी है। साथ जांच रिपोर्ट जल्द देने को कहा। डीएम रंजना राजगुरु ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। जांच में किस स्तर से लापरवाही हुई है। इसी को जानने के लिए जांच कराई जा रही है।