उत्तराखंड: जंगल में आग लगाने वाले दो आरोपितों को वन विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार
देहरादून, लच्छीवाला वन रेंज के अंतर्गत दुल्हनी प्रतिबंधित वन क्षेत्र में मधुमक्खी के छत्ते से शहद निकालने के लिए जंगल में आग लगाने वाले दो आरोपितों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। प्रदेश में जंगल में आग लगाने का यह 18वां मुकदमा है।
लच्छीवाला रेंज अधिकारी घनानंद उनियाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर एक बजे के लगभग डिप्टी रेंजर कन्हैयालाल नौटियाल, फोर्स गार्ड अशोक कृषाली व राजेंद्र पंवार के नेतृत्व में स्टाफ आरक्षित वन क्षेत्र के दुल्हनी कक्षा चार व छह के मिलान में गश्त पर निकला हुआ था। इस बीच जंगल की सीमा पर धुआं निकलता देख वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
मौके पर दो व्यक्ति आग लगाकर पेड़ में लगे छत्ते से शहद निकालते दिखाई दिए। टीम ने आरोपित इरशाद पुत्र फुल्लू व नौशाद पुत्र इरशाद निवासी नवादा हरिपुर जिला देहरादून को लोहे की बाल्टी, पेड़ से निकाले मधुमक्खी के छत्ते के टुकड़े व शहद, पाठल, माचिस इत्यादि समेत पकड़ लिया। आरोपितों के खिलाफ वन्य संरक्षण अधिनियम व भारतीय वन संशोधित अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है। आरोपितों का कोरोना टेस्ट कराने के बाद शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
24 घंटे में ही 280 हेक्टेयर जंगल प्रभावित, एक की मौत
बीते 24 घंटे के दौरान एक और व्यक्ति जंगल की आग में अपनी जान गवां बैठा, जबकि, एक व्यक्ति घायल हुआ है। इसके अलावा प्रदेशभर में जंगल की आग की 141 घटनाएं हुई हैं। जिनमें कुल 280.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। गढ़वाल में सर्वाधिक 69 घटनाएं, कुमाऊं में 60 व संरक्षित वन क्षेत्र में 12 घटनाएं शामिल हैं।