जानिए विवाह के लिए कौन सा लग्न और तिथि है शुभ
साल 2022 आ चुका है और इस महीने में विवाह की किस माह में कौनसी तारीखें शुभ है और है विवाह का शुभ समय और शुभ योग यह तो हम आपको बता चुके हैं। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि ऐसा कौन सा दिन है, योग है और लग्न और तिथि है जब विवाह किया जाए तो वह कभी नहीं टूटता और सफल होता है। आइए जानते हैं।
विवाह के लिए शुभ दिन : सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार दिनों को अनुकूल माना जाता है, हालाँकि मंगलवार के दिन को विवाह समारोह के लिए अशुभ होता है।
अनुकूल तिथियां: द्वितीया तिथि, तृतीया तिथि, पंचमी तिथि, सप्तमी तिथि, एकादशी तिथि और त्रयोदशी तिथि विवाह के लिए शुभ होती है।
शुभ मुहूर्त : शादी करने के लिए अभिजीत मुहूर्त और गोधुली वेला को सबसे शुभ माना गया है।
शुभ लग्न : मिथुन राशि, कन्या राशि और तुला राशि।
विवाह के लिए शुभ दिन : सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार दिनों को अनुकूल माना जाता है, जबकि मंगलवार के दिन को विवाह समारोह के लिए अशुभ होता है।
अनुकूल तिथियां: द्वितीया तिथि, तृतीया तिथि, पंचमी तिथि, सप्तमी तिथि, एकादशी तिथि और त्रयोदशी तिथि विवाह के लिए शुभ होती है।
शुभ मुहूर्त : शादी करने के लिए अभिजीत मुहूर्त और गोधुली वेला को सबसे शुभ माना गया है।
शुभ लग्न : मिथुन राशि, कन्या राशि और तुला राशि।
शुभ नक्षत्र : 1। रोहिणी नक्षत्र (चौथा नक्षत्र), 2। मृगशिरा नक्षत्र (पांचवा नक्षत्र), 3। मघा नक्षत्र (दसवां नक्षत्र), 4। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (बारहवां नक्षत्र), 5। हस्त नक्षत्र (तेरहवां नक्षत्र), 6। स्वाति नक्षत्र (पंद्रहवां नक्षत्र), 7। अनुराधा नक्षत्र (सत्रहवां नक्षत्र), 8। मूल नक्षत्र (उन्नीसवां नक्षत्र), 9। उत्तराषाढ़ नक्षत्र (इक्कीसवां नक्षत्र), 10। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र (छब्बीसवां नक्षत्र) और 11। रेवती नक्षत्र (सत्ताईसवाँ नक्षत्र)।
शुभ करण : किन्स्तुघना करण, बावा करण, बलवी करण, कौलव करण, तैतिला करण, गारो करण और वनिजा करण।
शुभ योग : विवाह के लिए निम्नलिखित 3 योग शुभ माने जाते हैं। उपरोक्त वर्णित विवाह की दिनांक में जब भी ये योग हो उस योग को सबस शुभ माना जाता है।