सस्ता सोना खरीदने का आज आखिरी मौका
मोदी सरकार से सस्ता सोना खरीदने का आज आखिरी मौका है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के रूप में आज आप गुरुवार को बंद भाव के मुकाबले 52094 रुपये प्रति 10 ग्राम के मुकाबले 51470 रुपये में मिलेगा। अगर आप एक ग्राम सोना लेना चाहते हैं तो आपको 5,147 रुपये देने होंगे। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मुताबिक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की दूसरी सीरीज के तहत बॉन्ड का इश्यू प्राइस (सोने की कीमत) 5,197 रुपये प्रति यूनिट (ग्राम) तय किया गया है। आइए जानें कैसे मिलेगा 624 रुपये का तुरंत फायदा.
ऐसे मिलेगा 2186 रुपये का तुरंत फायदा
अगर आप ऑनलाइन निवेश करते हैं और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन भुगतान करते हैं तो आपको सोने की कीमत में प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट दी जाएगी। यानी 10 ग्राम पर 500 रुपये की छूट सरकार दे रही है और गुरुवार को बंद रेट से बॉन्ड का रेट 124 रुपये कम है। इस तरह 624 रुपये का फायदा मिल रहा है और अगर सर्राफा बाजार से सोना खरीदने पर लगने वाले 3 फीसद जीएसटी को जोड़ लें तो आपको मोदी सरकार का सोना 2186 (500 रुपये डिजिटल पेमेंट पर छूट+124 रुपये कल के बंद भाव से अंतर+फिजिकल गोल्ड पर जीएसटी 1562 रुपये) रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता पड़ेगा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की दूसरी सीरीज 22 अगस्त को शुरू हुई और आज यानी 26 अगस्त को अंतिम दिन है। आरबीआई में पहली सीरीज इस साल 20 जून से 24 जून तक शुरू की थी।
एक ग्राम से लेकर चार किलोग्राम तक सोना खरीदें
इस योजना के तहत सरकार निवेशकों को फिजिकल गोल्ड नहीं देती, बल्कि सोने में निवेश करने का अवसर देती है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें निवेशक एक वित्त वर्ष में एक ग्राम से लेकर चार किलोग्राम तक सोना खरीद सकता है।
ट्रस्ट और विश्वविद्यालयों जैसी संस्थाओं की ऊपरी सीमा 20 किलोग्राम है। अगर निवेश पर रिटर्न की बात करें तो पिछले एक साल में सोने ने 7.37 फीसदी मुनाफा अपने निवेशकों को दिया है। बॉन्ड की अवधि कुल 8 वर्ष होती है। निवेशकों चाहें तो पांचवें वर्ष के बाद बॉन्ड से बाहर निकलने सकते हैं।
नवंबर 2015 में सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की शुरुआत की थी। ये बांड निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार, न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जाते हैं।
चोर चुरा नहीं सकता
इस सोने को चोर नहीं चुरा सकता क्योंकि निवेशक को सोने को भौतिक रूप से स्टोर करने या रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा, निवेशक को बॉन्ड की परिपक्वता पर सोने का मौजूदा बाजार मूल्य मिलता है। यह बॉन्ड बहुत ही आकर्षक होते हैं।