दिल्ली-एनसीआर के पास वैसे तो बहुत सारे पर्यटन स्थल, हिल स्टेशन हैं, जहां आप आसानी से दो दिन की वीकेंड ट्रिप पर जा सकते हैं। लेकिन एक ऐसी जगह भी है, जहां सिर्फ दिल्ली वाले नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग पहुंचते हैं। उस जगह की खास बात ये है कि यह जगह विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा है। यहां आप जब भी जाएंगे विदेशी पर्यटकों को जरूर पाएंगे। साथ ही दिल्ली से बेहद करीब होने के कारण आप महज दो से तीन घंटे का सफर तय करके यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। यात्रा में न तो अधिक समय देना पड़ेगा और ना ही बहुत अधिक खर्च करने की जरूरत होगी।
अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी कौन सी जगह है जो दिल्ली से 2-3 घंटे की दूरी पर है और विदेशियों के बीच लोकप्रिय भी है? जवाब बहुत सीधा है, मथुरा यानी श्रीकृष्ण की जन्मभूमि। दिल्ली से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर बसा मथुरा आध्यात्म, संस्कृति, इतिहास और रंगीन गलियों का ऐसा संगम है, जो दो दिन के वीकेंड ट्रिप को अविस्मरणीय बना देता है। विदेशी पर्यटक यहांं की पारंपरिक जीवनशैली, मंदिरों की भव्यता, बाल लीलाओं की प्रतीक गलियों और गोकुल-वृंदावन की दिव्यता से प्रभावित होते हैं। मथुरा में न सिर्फ दर्शन, बल्कि भारत की आध्यात्मिक धड़कन का अनुभव मिलता है।
पहले दिन करें मथुरा दर्शन
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर
मथुरा की यात्रा जन्मभूमि मंदिर से ही शुरू होती है। देश–विदेश से आए लोग यहां की दिव्य ऊर्जा को महसूस करते ही जैसे किसी दूसरे युग में पहुंच जाते हैं। सुरक्षा व्यवस्था मजबूत और माहौल शांत है, जो विदेशी यात्रियों को भरोसा देता है।
द्वारकाधीश मंदिर
मथुरा स्थित द्वारकाधीश मंदिर की प्राचीन स्थापत्य कला और सफेद–पीले रंगों की छटा पहली नजर में ही मन को मोह लेती है। झूला उत्सव और जनमाष्टमी के समय यहाँ विदेशी सैलानियों की भीड़ दिखती है।
विश्राम घाट पर गंगा आरती
शाम की आरती मथुरा का सबसे खूबसूरत दृश्य है। यमुना के किनारे जलते दीपक, मंत्रों की ध्वनि और हल्की हवा, इन सबका सम्मिलन पर्यटकों को भारत की आध्यात्मिक आत्मा का दिव्य स्पर्श कराता है।
दूसरा दिन वृंदावन की यात्रा
बांके बिहारी मंदिर
वृंदावन की धड़कन कहे जाने वाले इस मंदिर में बिहारी जी का ‘झलक दर्शन’ विदेशी पर्यटकों को रहस्यमयी और रोमांचक लगता है।
इस्कॉन मंदिर
साफ-सुथरा परिसर, भजनों की मधुर ध्वनि और विदेशी कृष्ण भक्तों की उपस्थिति से वृंदावन का इस्काॅन गूंज उठता है। यह वह स्थान है जिसे विदेशी पर्यटक अपना आध्यात्मिक घर मानते हैं।
प्रेम मंदिर
रात में यह मंदिर किसी महल की तरह चमकता है। इसकी सफेद संगमरमर की नक्काशी और लाइट शो यात्रियों के लिए एक विजुअल ट्रीट है। फ़ोटोग्राफ़रों और व्लॉगर्स का यह पसंदीदा स्पॉट है।
नंदगांव, गोकुल और राधा कुण्ड
अगर समय हो तो गोकुल, नंदगांव और राधाकुण्ड के दर्शन करने भी जा सकते हैं। यह स्थान यात्रियों को असली ब्रज संस्कृति से जोड़ते हैं। यहां की गलियां, यहां का ग्रामीण जीवन और यहां की गोपियां सब कुछ बेहद मौलिक और आकर्षक है।



