समिति के प्रमुख विनोद राय भले ही विश्व कप में PAK को प्रतिबंधित करने की मांग उठाने की तैयारी कर रहे हों
प्रशासकों की समिति (COA) के प्रमुख विनोद राय भले ही विश्व कप में पाकिस्तान को प्रतिबंधित करने की मांग उठाने की तैयारी कर रहे हों, लेकिन आइसीसी इसे खारिज कर देगा। पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है और इसका असर खेल के मैदान पर भी दिख रहा है।
विश्व कप से बाहर करने का कोई तरीका नहीं
विश्व कप में भारत-पाकिस्तान मैच के बहिष्कार की मांग की जा रही है। इस मुद्दे पर 27 फरवरी से दो मार्च के बीच दुबई में होने वाली आइसीसी की बैठक के इतर भी चर्चा हो सकती है। बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि संवैधानिक या अनुबंध के जरिये पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करने का कोई तरीका नहीं है। आइसीसी का संविधान सदस्यों को क्वालीफाई करने की स्थिति में आइसीसी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का अधिकार देता है। इन अटकलों के बीच सीओए प्रमुख विनोद राय और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी की मौजूदगी वाली सीओए शुक्रवार को दिल्ली में बैठक कर उत्तराखंड के प्रतिनिधित्व का दावा करने वाली कई इकाइयों के मुद्दे पर चर्चा करेगी।
अन्य देशों से समर्थन मिलने की संभावना कम
इस नियमित बैठक पर हालांकि पाकिस्तान मामले का असर दिखने की उम्मीद है। इडुल्जी ने कहा कि हम सभी संभावित विकल्पों पर शुक्रवार बात करेंगे और वह करेंगे, जो देश के लिए सर्वश्रेष्ठ होगा। बीसीसीआइ के एक शीर्ष सूत्र ने कहा कि अगर नोट तैयार भी किया जाता है और आइसीसी इसे वोटिंग के लिए सदस्य बोर्ड के समक्ष रखने को राजी भी हो जाता है, तो भी बीसीसीआइ को अन्य देशों से समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम है।
सूत्र ने कहा कि अगर भारत, पाकिस्तान को हटाने के लिए आइसीसी को लिखता है, तो सबसे पहले हमें अप्रैल में वार्षिक बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को रखने के लिए सहमति बनानी होगी। फिलहाल आइसीसी बोर्ड में हमारे पास बहुमत नहीं है। अगर इस पर वोटिंग होती है तो हमारा हारना तय है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2023 में विश्व कप की हमारी मेजबानी की संभावना पर भी गंभीर सवाल खड़े होंगे।