जब ट्रंप ने पूछा, कहां से लाते हो ऐसे संवाददाता, इमरान खान की बोलती बंद

संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के बाद इमरान खान के साथ प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कई बार पाकिस्तानी संवाददाताओं की अनदेखी की। एक बार तो उन्होंने एक संवाददाता से पूछ लिया कि क्या वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। कश्मीर मसले पर एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल करने पर ट्रंप ने इमरान खान से पूछ ही लिया, ‘ऐसे संवाददाता आप लाते कहां से हो?’

ट्रंप के सवाल पर इमरान की बोलती बंद

दरअसल, पाकिस्तानी पत्रकार कश्मीर पर इधर-उधर की बात कर रहे थे पर ट्रंप ने उन्हीं की खिंचाई कर दी। इमरान खान के साथ प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने पाकिस्तानी पत्रकारों को कई बार फटकार लगाई। दरअसल, एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्रंप से कहा कि कश्मीर में 50 दिनों से इंटरनेट, फूड सप्लाई, सब बंद हैं। इस पर ट्रंप ने उस पाकिस्तानी पत्रकार से यह सवाल तक कर दिया कि क्या वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं? आप जो सोच रहे हैं वहीं कर रहे हैं। आपका सवाल एक बयान है। फिर उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से भी पूछ डाला, ‘ऐसे संवाददाता आप कहां से लाते हैं?’ इस पर इमरान खान की बोलती बंद हो गई।

पाकिस्तानी पत्रकार की चापलूसी

हद तो तब हो गई जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्रंप की चापलूसी करते हुए कहा कि अगर आप कश्मीर मुद्दा का समाधान करते हैं तो नोबल पुरस्कार के हकदार हो जाएंगे। इस पर ट्रंप ने कहा कि अगर साफ-सुथरे तरीके से यह पुरस्कार दिए जाएं तो मुझे लगता है कि मुझे कई अन्य चीजों के लिए नोबल पुरस्कार मिल सकता है। वे बराक ओबामा के देते हैं।

इमरान के ही सामने ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की प्रशंसा

इमरान खान के सामने ही ट्रंप ने ह्यूस्टन में रविवार को आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की जमकर प्रशंसा की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में मोदी के बेहद आक्रामक बयान को सुना और एनआरजी स्टेडियम में मौजूद 50 हजार लोगों की जिक्र करते हुए कहा कि वहां मौजूद लोगों ने भी वैसी ही प्रतिक्रिया व्यक्त की। ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा था। उनका कहना था कि भारत के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले से उन लोगों को परेशानी हो रही है जिनसे अपना ही देश नहीं संभाला जाता।

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