दून में भी महसूस किए गए भूकंप के झटके, वाडिया संस्थान ने भूकंप की बताई ये वजह
पाक अधिकृत कश्मीर में आए भूकंप के झटके देहरादून समेत उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में भी महसूस किए गए। इससे लोग भवनों से निकलकर बाहर आ गए। कुछ देर इंतजार के बाद जब भूकंप के झटके दोबारा नहीं आए तो लोगों ने राहत की सांस ली।
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के अनुसार यह भूकंप इंडियन प्लेट के यूरेशियन प्लेट के भीतर घुसने की प्रक्रिया के दौरान उपजी ऊर्जा से आया है। क्योंकि यह दोनों प्लेट की सीमा पर आया है। वाडिया संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुशील कुमार रूहेला ने बताया कि पाकिस्तान का कुछ हिस्सा इंडियन प्लेट में आता है, जबकि कुछ भाग यूरेशियन प्लेट के अंतर्गत।
बताया कि जहां मंगलवार को भूकंप आया, वह भाग पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) का है और इंडियन व यूरेशियन प्लेट की सीमा पर है। यानी कि इसी भाग पर दोनों प्लेट आपस में टकरा रही हैं। आमतौर पर यहां भूकंप आते रहते हैं, मगर इसकी तीव्रता कुछ अधिक रही। इसी के पास वर्ष 2005 को 7.6 मैग्नीट्यूट का भूकंप आया था।
उन्होंने बताया कि इतने कम अंतराल में दोबारा भूकंप आना बताता है कि भूगर्भ में तनाव की स्थिति बढ़ रही है और भूकंपीय फॉल्ट सक्रिय हो गया है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुशील के मुताबिक मंगलवार को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 थी और इसकी गहराई 35.5 किलोमीटर रही। गहराई कम होने के चलते बड़े क्षेत्र में भूकंप का प्रभाव कम रहा, जबकि आसपास के क्षेत्र के लिए यह प्रभावशाली साबित हुआ।