अपने ही वादे से मुकर गया तुर्की, अमेरिकी खुशियों पर फेर दिया पानी, उत्तर सीरिया में संघर्ष जारी
अमेरिकी मध्यस्थता के बाद 124 घंटे की शांति विराम पर तुर्की कायम नहीं रह सका। उसने अपने वादे को तोड़ते हुए कुर्द बलों पर हमला शुरू कर दिया है। इसके चलते शुक्रवार को भी उत्तर सीरिया में संघर्ष जारी रहा। रास अल अयान के आसपास गोलीबारी की आवाजें सुनाई पड़ी।
बता दें कि अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने गुरुवार को घोषणा की थी कि उत्तर सीरिया में पांच दिनों तक कोई सैन्य ऑपरेशन नहीं करेगा। तुर्की के इस ऐलान के बाद अमेरिका ने बहुत राहत की सांस ली थी। इस घोषणा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चेहरा खिल गया था। माइक पेंस ने कहा था कि उत्तर सीरिया में युद्ध विराम के लिए तुर्की के राष्ट्रपति के साथ समझौता हुआ है। कुर्दिश लड़ाकों के वापस जाने तक तुर्की 120 घंटे तक उत्तर सीरिया में अपने सभी सैन्य अभियानों को रोक देगा।
124 घंटे शांति विराम पर गदगद हुए थे ट्रंप
तुर्की के इस ऐलान के बाद कि वह पांच दिनों तक सीरिया पर हमला नहीं करेगा। इस समझौते के बाद राष्ट्रपति ट्रंप की बड़ी सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई थी। ट्रंप ने कहा था कि यह सौदा तीन दिन पहले तक नहीं हो सकता था। इसे पूरा करने के लिए कुछ सख्त प्रेम का इजहार करना पड़ा था। यह हम सबके लिए सुखद है। इस फैसले से हम सभी को गर्व है। ट्रंप ने कहा उनके लिए यह महान दिन है। अमेरिका के लिए यह गर्व की बात है। इस समझौते के लिए कई साल से कोशिश चल रही थी। तुर्की के इस फैसले से करोड़ों जिंदगियां बच जाएंगी। सभी को बधाई।
शांति के लिए ट्रंप ने लिखा था कठोर खत
उत्तर सीरिया में शांति के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने तुर्की के समकक्ष रेसेप तैयब एर्दोगन को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी। ट्रंप ने अपने पत्र में लिखा था कि ‘मूर्ख मत बनो.. होश में आ जाओ.. वरना सजा भुगतने को तैयार रहो।’ राष्ट्रपति ट्रंप ने यह पत्र उस वक्त खत लिखा है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोन करके एर्दोगन को सीरिया संघर्ष सुलझाने की नसीहत दी थी। इस बाबत उन्होंने मॉस्को आने का न्योता भी दिया था। ट्रंप के इस कड़े पत्र के बाद तुर्की की यह पहल सामने आई कि वह 124 घंटे तक उत्तर सीरिया पर हमला नहीं करेगा।