उद्धव ठाकरे के सलाहकार ने इस सिलसिले में RSS को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों (Maharashtra Assembly Elections 2019) के नतीजे आने के करीब दो सप्ताह बाद भी सरकार बनने को लेकर अस्पष्टता बनी हुई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की, लेकिन सरकार गठन को लेकर कोई संकेत सामने नहीं आया. इस बीच शिवसेना ने इस पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया है.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के सलाहकार किशोर तिवारी ने इस सिलसिले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की है. बेहद प्राथमिकता वाले इस पत्र में तिवारी ने संघ प्रमुख से आग्रह किया है कि वे सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मध्यस्थता कराएं, ताकि बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी विवाद का आम सहमति से हल निकल सके. इससे पहले किशोर तिवारी उस वक्त सुर्खियों में रहे जब कई विधानसभा चुनावों में बीजेपी के पक्ष में अपेक्षित नतीजे नहीं आने के बाद उन्होंने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की थी.
सभी दल बना रहे रणनीति
इस बीच अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज बीजेपी के कोर नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसी बैठक में महाराष्ट्र में बनने वाली सरकार पर बात होगी. इसके साथ ही कब शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिला जाए ये भी तय किए जाने की उम्मीद है. बैठक के बाद कौन सबसे पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने जाएगा और उसके पास राज्य में सरकार बनाने को लेकर क्या फॉर्मूला होगा, इस पर भी तैयारी की जाएगी. वैसे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आज सुबह नांदेड़ के दौरे पर जा रहे हैं. वहां पर बेमौसम बारिश के कारण खराब हुई फसलों का जायजा लेंगे और किसानों से बात करेंगे.
इसी तरह विपक्षी खेमे में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद आज एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. एनसीपी की सहयोगी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की भी बैठक हो सकती है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में राज्य में बगैर बीजेपी के बनने वाली सरकार पर विचार मंथन होगा.
शिवसेना ने लगाया पोस्टर
इस बीच महाराष्ट्र चुनाव के बाद पूरे राज्य में सभी के मन में मुख्यमंत्री पद को लेकर सवाल उठ रहे हैं. भाजपा की और से देवेंद्र फडणवीस का नाम जाहिर किया गया है और शिवसेना की ओर से उनके युवा नेता आदित्य ठाकरे का. इसी को लेकर पूरा विवाद खड़ा नजर आ रहा है. दोनों ही पार्टियों के पक्षकारों की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला दो हफ्तों से चल रहा है. इस बार शिवसेना ने मानों ठान लिया है कि मुख्यमंत्री कोई शिवसैनिक ही होगा. शिवसेना की ओर से देर रात पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की गई है. पोस्टर लगाने से पहले सेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे भी उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री पहुंचे थे. क्या पोस्टर और मुलाकात द्वारा शिवसेना अपने 50 -50 के फॉर्मूले को लेकर बीजेपी को झुका पाएगी? यह देखने वाली बात होगी.