जामिया हिंसा केस में एक आंख गंवा चुका है मिन्हाजुद्दीन, दिल्ली सरकार देगी मुआवजा
देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं हाल ही में नागरिकता कानून को लेकर जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसा भड़ती उठी थी. जिसमें की स्टूडेंट घायल हो गए थे. इन्हीं स्टूडेंट में से एक मिन्हाजुद्दीन भी था, जो अपनी एक आंख गंवा चुका है.
जामिया हिंसा में अपनी एक आंख गंवाने वाले छात्र मिन्हाजुद्दीन को दिल्ली सरकार ने नौकरी और मुआवजा देने का फैसला किया है. आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान आज मिन्हाजुद्दीन से मुलाकात करेंगे. इस दौरान सरकारी नौकरी और 5 लाख रुपये का चेक दिया जाएगा.
15 दिसंबर को हुई थी हिंसा
दिल्ली के ओखला स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन के तीसरे दिन 15 दिसंबर की शाम जब बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारी यूनिवर्सिटी से आगे निकलकर जुलैना से भी आगे बढ़ गए तो हालात बेकाबू हो गए. उस वक्त बसों को आग के हवाले कर दिया गया, जमकर पत्थरबाजी हुई, लाठीचार्ज भी किया गया.
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्हें जेल भेज दिया गया है. जबकि जामियानगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई FIR में कई नामों का खुलासा किया गया है.
FIR दर्ज
15 दिसंबर को हुए जामिया मिलिया इस्लामिया हिंसा मामले में पुलिस एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है. एफआईआर में कहा गया है कि ये सभी स्थानीय नेता और छात्र नेता प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे. साथ ही यह भी कहा गया कि ये नेता लोगों को भड़का रहे थे और छात्रों के बीच घूम-घूमकर नारेबाजी कर रहे थे.
एफआईआर में कहा गया कि इन सभी नेताओं ने NRC और CAA का विरोध करते हुए नारेबाजी की और मथुरा रोड की तरफ बढ़े और भीड़ ने उग्र रूप लेते हुए वाहनों में तोड़फोड़ की. एफआईआर के मुताबिक, हालात का काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए.