भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों ने प्रदर्शन के ज़रिए जाहिर किया अपना गुस्सा
लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला करने और इस भिडंत में भारतीय सैनिकों के शहीद होने से पूरे देश में गुस्सा है. `सैन्य धाम’ उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों का गुस्सा तो प्रदर्शनों के ज़रिए सामने आ रहा है. अल्मोड़ा में पूर्व सैनिकों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका और उसके ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की. शहर के गांधी पार्क के सामने नगर के पूर्व सैनिक इकट्ठे हुए और चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका. साथ ही पूर्व सैनिकों ने भारत माता की जय-जयकार की. पूर्व सैनिकों ने चीन की इस हरकत को भारतीय सेना के साथ धोखा बताया.
बॉर्डर पर जाने को तैयार
पूर्व सैनिक आनन्द सिंह बोरा ने कहा कि चीन से भारत के सैनिकों के साथ धोखा किया जिसमें 20 सैनिक शहीद हो गए. भारतीय सेना को भी चीन को ईंट का जबाव पत्थर से देना चाहिए. अगर ज़रूरत पड़ी तो सेना के साथ पूर्व सैनिक भी बॉर्डर पर जाने के तैयार हैं लेकिन हम चीन का पूरी तरह से मुकाबला करेंगे.
पूर्व सैनिक पीजी गोस्वामी ने कहा कि चीन ने भारतीय सैनिकों को धोखे से मारा है. हम इसका बदला चाहते हैं. पूरे देश में शोक की लहर है. वीर सैनिकों को श्रद्धाजंलि देते हैं जिन्होंने इस लड़ाई में अपनी जान गंवाई है.
चीनी सामान का बहिष्कार
कई पूर्व सैनिकों तो यहां तक कहा कि भारत ने जैसे पाक पर सर्जिकल स्ट्राइक की है भारत सरकार को वैसे ही चीन पर भी एयर स्ट्राइक करनी चाहिए ताकि चीन को भी पता चले की भारत किसी से कम नहीं हैं.
चीन सामान के बहिष्कार की भी चर्चा भी बाज़ार में ज़ोरों पर है. अधिकांश व्यापारियों ने तो चीन का सामान बेचना ही छोड़ दिया है. कहा है कि जब चीन हमारे देश के सैनिकों को मार रहा है तो हम वहां की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान क्यों दें.