भगवान शिव से जुड़ी इन 5 खास बातों के बारे में हर किसी को जानना है आवश्यक
तीनों लोकों के स्वामी भगवान शिव को सावन का माह सर्वाधिक प्रिय होता है। इस पूरे माह में भगवान शिव की अपार कृपा भक्तों पर बरसती है। यूं तो भगवान शिव से पूरी दुनिया भली-भांति परिचित है, हालांकि फिर भी बहुत कम लोग भगवान शिव से जुड़ी इन पांचों बातों के बारे में नहीं जानते हैं, जो हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।
शिव जी का सांप (वासुकि)
भगवान शिव के गले में सदा एक नाग विराजित रहता है। भगवान शिव के इस नाग का नाम वासुकि है। शेष नाग के बाद वासुकि को ही सांपों का राजा माना जाता है।
पिनाक धनुष
भगवान शिव के धनुष को पिनाक कहा जाता है। इस धनुष के महज एक बाण से ही शिव जी ने त्रिपुरासुर की सभी नगरियों का खात्मा कर दिया था। यह वहीं धनुष है, जिसे तोड़कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने माता सीता से विवाह रचाया था।
बारह गण
भैरव, वीरभद्र, चंदीस, नदी, शृंगी, भृगिरीटी, शैल, गोकरम, घंटाकर्ण, जय, विजय और मणिभद्र भगवान शिव के ये 12 प्रमुख गण है, जो कि शिवपुराण में बताए गए हैं।
त्रिशूल
सत, रज और तम इन तीनों का ही प्रतिनिधित्व भगवान शिव का त्रिशूल करता है। इतना ही नहीं शिव जी का त्रिशूल भौतिक, दैविक और दैहिक पीड़ाओं का भी सर्वनाश दर्शाता है।
चक्र
शिव जी के चक्र की बात की जाए तो इसका नाम भवरेंद्रु है। बता दें कि भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र के निर्माता भी भगवान भोले भंडारी ही है। शिव जी ने इसे विष्णु जी को विष्णु जी ने इसे माता पार्वती को माता पार्वती ने इसे परशुराम जी को और परशुराम जी ने इसे श्री कृष्ण को प्रदान कर दिया था।