बिहार में 10 दिन में दोगुना हुए कोरोना मरीज, शुक्रवार को सामने आए 1742 नए केस
बिहार में कोरोना अब विकराल रूप लेता जा रहा है। शुक्रवार को राज्य में कोरोना के रिकॉर्ड 1742 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 23 हजार से ज्यादा हो गई है। बीते हफ्ते में हर दिन एक हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, जिससे पिछले 10 दिनों में ही कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ी है। इस बीच बिहार में आम लोगों के साथ ही राजनीतिक-प्रशासनिक गलियारों में भी कोरोना वायरस बड़े पैमाने पर फैलता जा रहा है। अब बिहार में हालात ऐसे होते जा रहे हैं कि कई अस्पतालों में मरीजों की भर्ती नहीं ली जा रही है तो वहीं शवों के अंतिम संस्कार में भी दिक्कतें आ रही हैं।
बिहार में लेवल 4 तो नहीं पहुंचा कोरोना
ऐसे में जिस गति से बिहार में कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं और जिस तरीके से स्वास्थ्य के मामले में कुव्यवस्था देखने को मिल रही है, यह कोरोना के लेवल फोर की ओर जाने के संकेत हैं। बता दें कि लेवल फोर वो होता है जिसमें हालात हाथ से बाहर जाते हुए दिख रहे हों। जाहिर है राज्य में बिगड़ते हालात की चिंता केंद्र सरकार को भी है और इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Lav Aggarwal) के नेतृत्व में प्रदेश में कोरोना से उत्पन्न हालात की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम रविवार को बिहार आएगी।
बिहार में 10 दिन में दोगुने हो गए कोरोना के मामले
बता दें कि बिहार में 8 जुलाई को जहां 13 हजार 274 मरीज थे, वहीं 10 दिन में ही ये लगभग दोगुने हो गए और आंकड़ा 23330 तक जा पहुंचा है। हर दिन सामने आ रहे कोरोना मरीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो हर औसतन 1077 नये मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं बिहार के रिकवरी रेट में भी जबरदस्त गिरावट हुई है।
केंद्रीय टीम लेगी बिहार के हालात का जायजा
बहरहाल कोरोना को लेकर खराब होती स्थिति को देखते हुए जो केंद्रीय टीम आ रही है इसमें नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. एस के सिंह, एम्स मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल शामिल रहेंगे। इसके पूर्व एक अन्य केंद्रीय टीम को बिहार में है, जो राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ कोरोना की जांच व इलाज से जुड़ी जानकारी ले रही है।