तांडव को लेकर छिड़ा बवाल, भारतीय संस्कृति पर लगाया बड़ा आरोप, सरकार कर सकती हैं…

सैफ अली खान और डिंपल कपाड़िया की मल्टी-स्टारर वेब सीरीज तांडव को लेकर बड़ा बवाल छिड़ा हुआ है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि OTT पर परोसे जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अलर्ट हो गया है. आज शाम तक OTT पर आपत्तिजनक कंटेंट और तांडव वेब सीरीज को लेकर मंत्रालय फैसला ले सकता है.

तांडव को लेकर आज दिल्ली में हुई बैठक

तांडव वेब सीरीज को लेकर हो रहे विवाद पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में आज बैठक हुई. सरकार पहले ही साफ कह चुकी है कि OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने वाले फिल्म या कंटेट को लेकर सेल्फ रगुलेशन कोड बनाएं. अगर OTT प्लेटफार्म अपने लिए सेल्फ रेगुलेशन कोड नहीं बनाते हैं तो फिर सरकार कोड बनाने पर विचार कर सकती है.

मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ कुछ जिम्मेदारियां भी निहित होती हैं. क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती. मंत्रालय के सूत्रों का मानना है कि कोरोना आपदा के कारण ज्यादातर फिल्में OTT पर रिलीज हो रही हैं. अगर यही फिल्में बड़े पर्दे या टीवी पर रिलीज होती तो इन्हें CBFC और Cable TV Regulation Act के कंटेंट गाइडलाइन्स का पालन करना होता, यानी थियेटर और OTT के लिए अलग-अलग स्टैंडर्ड नहीं हो सकते.

MP में भी शुरू हुआ वेब सीरीज तांडव का विरोध

ट्विटर पर बवाल होने और राम कदम के ट्वीट के बाद अब चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने तांडव वेब सीरीज पर रोक लगाने की मांग और OTT प्लेटफार्म के लिए कड़े कानून बनाने की मांग की है.

MP के मंत्री विश्वास सारंग ने अपने पत्र में लिखा ये

पत्र में मंत्री ने लिखा है, ”देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म के चलन से लगातार वेब सीरिज का निर्माण किया जा रहा है. ऐसे प्लेटफॉर्म पर फिल्में और वेब सीरीज सेक्स, हिंसा, मादक पदार्थ, घृणा और अश्लीलता से भरी हुई होती है. इतना ही नहीं ये फिल्में और वेब सीरिज हिन्दू धार्मिक भावनाओं को भी लगातार चोट पहुंचा रही हैं. ऐसी ही अभी हाल में अमेजन वीडियो प्राइम पर तांडव वेब सीरिज आई है जिसमें निर्माताओं ने जानबूझकर हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाया है और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अपमान किया है. यह पहली बार नहीं हो रहा है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर लगातार हिन्दुओं की भावनाओं पर चोट पहुंचायी जा रही है.

तांडव वेब सीरिज में न सिर्फ देवताओं का मजाक उड़ाया जा रहा है बल्कि यह दलित विरोधी और हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक घृणा से भरी हुई है. हिन्दू धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने वाली ऐसी फिल्में या वेब सीरिज और ओटीटी प्लेटफॉर्म के नियंत्रण के लिए अभी कोई ठोस कानून नहीं है, न ही ये सेंसर बोर्ड से पास होती हैं जिसके कारण कुछ लोग जानबूझकर हिन्दू देवी-देवीताओं का मजाक उड़ाने वाली फिल्में और वेब सीरिज का निर्माण कर रहे हैं. अतः आपसे अनुरोध है कि तांडव वेब सीरिज पर तत्काल रोक लगाए जाए और ओटीटी प्लेटफॉर्म व इन पर चल रही फिल्में और वेब सीरीज के नियंत्रण के लिए ठोस कानून बनाया जाएं.”

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