ओशो ने सेक्स को लेकर कही ये बड़ी बात, पहली सीढ़ी है सेक्स और अंतिम…
सेक्स पर अपने स्वतंत्र विचारों को लेकर ओशो का विरोध उनके रहते भी हुआ और उनके बाद भी. हालांकि ओशो के यही विचार दुनियाभर में उनकी लोकप्रियता का आधार भी बने. कुछ लोग तो उन्हें ईश्वर के रूप में भी स्वीकार कर चुके थे. ओशो कहते हैं कि सेक्स पहली सीढ़ी है और समाधि अंतिम. 19 जनवरी यानी आज ओशो की 31वीं पुण्यतिथि पर उनके 10 विचारों से आपको अवगत कराते हैं-
2. धर्मगुरुओं द्वारा निंदा करने की वजह से ही सेक्स और अधिक आकर्षक होता चला गया.
3. एक व्यक्ति जो 100% समझदार है, दरअसल वह मर चुका है.
4. तुम दुनिया में रहो, मगर दुनिया तुम्हारे अंदर नहीं रहनी चाहिए.
5. दर्द से बचने के लिए वे सुख से बचते हैं, मृत्यु से बचने के लिए वे जीवन से बचते हैं.
6. अगर तुम्हें कुछ हानिकारक करना हो तभी ताकत की जरूरत पड़ेगी. वरना तो प्रेम पर्याप्त है, करुणा पर्याप्त है.
7. प्रश्न ये नहीं है कि क्या मृत्यु के बाद भी जिंदगी रहेगी, प्रश्न तो ये है कि क्या आप मृत्यु से पहले जिंदगी जी सकेंगे.
8. सवाल ये नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है, इसके उलटा, सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है.
9. आप जितने लोगों को चाहे, उतने लोगों को प्यार कर सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि आप एक दिन दिवालिया हो जाएंगे.
10. अगर आप बिना प्यार के काम करते हैं, तो आप गुलाम की तरह काम कर रहे हैं. जब आप प्यार से काम करते हैं, तो आप एक सम्राट की तरह काम करते हैं.