आज से शुरू हुए गुप्त नवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि…

आज से माघ गुप्त नवरात्रि शुरू हो गई है। शास्त्रों के मुताबिक, एक वर्ष में 2 नहीं बल्कि 4 बार नवरात्रि आती है। इनमें 2 चैत्र और शारदीय नवरात्रि और बाकी के दो गुप्त नवरात्रि। गुप्त नवरात्रियों में से एक माघ और दूसरी आषाढ़ के महीने में आती है। मान्यता है कि इन्हें गुप्त नवरात्रि इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनके कई रहस्य बरकरार हैं। यह भी कहा जाता है कि इस दौरान दुर्गा मां की पूजा जितनी गुप्त तरीके से की जाए उतना ही फल अधिक मिलता है। इन दिनों मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं गुप्त नवरात्रि का कलश स्थापना मुहूर्त।

गुप्त नवरात्रि 2021 में कलश स्थापना का शुभ मुहुर्त:

माघ घटस्थापना 12 फरवरी, शुक्रवार

घटस्थापना मुहूर्त- सुबह 8 बजकर 34 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 59 मिनट तक।

अवधि- 01 घंटा 25 मिनट

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 12 फरवरी, शुक्रवार को रात 12 बजकर 35 मिनट से

प्रतिपदा तिथि समाप्त- 13 फरवरी, शनिवरा को रात 12 बजकर 29 मिनट पर

इस तरह करें गुप्त नवरात्रि की पूजा:

  • गुप्त नवरात्रि में सुबह जल्दी उठना चाहिए। मां दुर्गा की पूजा सुबह शाम करनी चाहिए।
  • इस दौरान दुर्गा मां की पूजा आधी रात को की जाती है।
  • दुर्गा मां के प्रतिमा को स्थापित करें और उन्हें लाल रंग का सिंदूर और चुनरी अर्पित करें।
  • फिर मां के चरणों में पूजा की सभी सामग्री अर्पित करें।
  • मां को लाल फूल चढ़ाएं।
  • इस दौरान अखंड ज्योत प्रज्वलित करनी चाहिए।
  • दुर्गा सप्तशति या दुर्गा चालीसा का पाठ भी अवश्य करना चाहिए। साथ ही आरती भी करनी चाहिए।
  • ‘ॐ दुं दुर्गायै नमः मंत्र का जाप पूजा के दौरान करना चाहिए।
  • पूजा के दौरान दुर्गा मां को लौंग और बताशे का भोग लगाना चाहिए।

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