शंख का स्वास्थय, धर्म और ज्योतिष में उपयोग-

स्वास्थ्य में महत्व :

१-👉शंख की आकृति और पृथ्वी की संरचना समान है। नासा के अनुसार – शंख बजाने से खगोलीय ऊर्जा का उत्सर्जन होता है जो जीवाणु का नाश कर लोगों में ऊर्जा व शक्ति का संचार करता है।

२-👉शंख में १००% कैल्शियम है। इसमें रात को पानी भर के पीने से कैल्शियम की पूर्ति होती है।

३-👉शंख बजाने से योग की तीन क्रियाएं एक साथ होती हैं – कुम्भक, रेचक, प्राणायाम।

४-👉शंख बजाने से हृदयाघात, रक्तचाप की अनियमितता, दमा, मंदाग्नि में लाभ होता है।

५-👉शंख बजाने से फेफड़े पुष्ट होते हैं।

६-👉शंख में पानी रख कर पीने से मनोरोगी को लाभ होता है, उत्तेजना कम होती है।

७-👉शंख की ध्वनि से दिमाग व स्नायु तंत्र सक्रिय रहता है।

धार्मिक महत्व :

८ 👉दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी स्वरूप कहा जाता है। इसके बिना लक्ष्मी जी की आराधना पूरी नहीं मानी जाती।

९ 👉समुन्द्र मंथन के दौरान १४ रत्नों में से ये एक रत्न है। सुख- सौभाग्य की वृद्धि के लिए इसे अपने घर में स्थापित करें।

१० 👉 शंख में दूध भर कर रुद्राभिषेक करने से समस्त पापों का नाश होता है।

११ 👉घर में शंख बजाने से नकारात्मक ऊर्जा का व अतृप्त आत्माओं का वास नहीं होता।

१२ 👉दक्षिणावर्ती शंख से पितरों का तर्पण करने से पितरों की शांति होती है।

१३ 👉शंख से स्फटिक के श्री यन्त्र अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

ज्योतिष्ये महत्व :
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१४ 👉सोमवार को शंख में दूध भर कर शिव जी को चढ़ाने से चन्द्रमा ठीक होता है।

१५ 👉मंगलवार को शंख बजा कर सुन्दर काण्ड पढ़ने से मंगल का कुप्रभाव कम होता है।

१६ 👉शंख में चावल भर के रखें और लाल कपड़े में लपेट कर तिजोरी में रखें, माँ अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है।

१७ 👉बुधवार को शालिगराम जी का शंख में जल व तुलसी जी डाल कर अभिषेक करने से बुध ग्रह ठीक होता है।

१८👉शंख को केसर से तिलक कर पूजा करने से भगवन विष्णु व गुरु की प्रसन्ता मिलती है।

१९ 👉शंख सफ़ेद कपड़े में रखने से शुक्र ग्रह बली होता है।

२० 👉शंख में जलभर कर सूर्य देव को अर्घ्य देने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं ।

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