आईपीएल पर मंडराया कोरोना का साया, बीसीसीआई ने की यह मांग

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन 9 अप्रैल (शुक्रवार) से शुरू हो रहा है. हालांकि खिलाड़ियों, फ्रेंचाइजी स्टाफ, ब्रॉडकास्टर्स और टूर्नामेंट से जुड़े कई अन्य लोगों के बीच बढ़ते कोविड-19 के मामले बीसीसीआई को बड़ा सिरदर्द दे रहे हैं. टूर्नामेंट खत्म होने तक आईपीएल टीमें, सहयोगी स्टाफ और कई अन्य शेयरहोल्डर्स बायो-बबल में रहेंगे. इस बार मैदान पर दर्शक भी नहीं होंगे लेकिन मुकाबले से पहले ही कोरोना वायरस एक सख्त प्रतिद्वंद्वी साबित हो रहा है.


कोरोना वायरस ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को समस्या से निपटने के लिए नए विचारों पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया. नए उपायों में हवाई अड्डों पर अलग चेक-इन काउंटरों के अलावा, दैनिक कोरोना टेस्ट और बायो-बबल इंटीग्रिटी मैनेजर्स की नियुक्ति शामिल है. एक दिन पहले ही मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े भारत के पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ी डैनियल सैम्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. अब तक आईपीएल से जुड़े 36 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं.
छह शहरों में होंगे आईपीएल के मैच
बीसीसीआई ने पिछले साल सितंबर-नवंबर में संयुक्त अरब अमीरात आईपीएल आयोजित करके एक प्रभावशाली लॉजिस्टिक और संगठनात्मक उपलब्धि हासिल की थी. हालांकि यूएई में केवल तीन जगहों पर आईपीएल मैचों का आयोजन किया गया था और खिलाड़ी वहां बसों से यात्रा कर रहे थे. लेकिन आईपीएल 2021 के मैच छह शहर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरू और चेन्नई में होंगे. खिलाड़ियों को एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए हवाई यात्रा करनी होगी. हवाईअड्डे पर खिलाड़ी और आईपीएल से जुड़े अन्य लोगों को लगातार वायरस के संपर्क में आने का खतरा बना रहेगा. मुंबई और दिल्ली में हाल के दिनों में कोविड-19 मामलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है. मुंबई नाइट कर्फ्यू लागू किया गया है, हालांकि आईपीएल को प्रतिबंध से छूट दी गई है. मुंबई और दिल्ली के अलावा अन्य चार स्थानों में भी कोरोना संक्रमण की एक नई लहर का सामना करना पड़ रहा है.
विशेष उपचार, कठोर उपाय

बीसीसीआई भारत सरकार से अनुरोध करने जा रहा है कि वे हवाई अड्डे पर अलग से आईपीएल के लिए चेक-इन काउंटरों की अनुमति दें, ताकि टीमों के पास सुरक्षित बायो-बबल हो सके. बीसीसीआई ने बायो-बबल को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए अधिक कोविड-19 टेस्ट पर जोर दिया है. चेन्नई जाने के लिए उड़ान भरने से पहले एक सदस्य को कोविड-19 परीक्षण में निगेटिव पाया गया लेकिन 5 दिन बाद वह कोरोना संक्रमित पाया गया. ऐसा कहा जा सकता है कि सफर के दौरान कोरोना का खतरा ज्यादा है. इसलिए बोर्ड ने अलग चेक-इन काउंटरों के लिए अनुरोध किया है क्योंकि प्रत्येक टीम बायो-बबल में प्रवेश करने के बाद तीन बार यात्रा करेगी.

इसके अलावा बायो-बबल इंटीग्रिटी मैनेजर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि आईपीएल से जुड़ा कोई भी सदस्य बिना मास्क पहने रूम से ना निकले. इंटीग्रिटी मैनेजर्स यह भी देखेंगे कि कोई खिलाड़ी होटल के कॉमन एरिया में बिना मास्क पहने ना जाए और खिलाड़ियों को मैदान से बाहर निकलते समय भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा.

हाल के दिनों में टूर्नामेंट से जुड़े लोगों के बीच बढ़ते कोविड-19 के मामलों के चलते सख्त दिशा-निर्देश आवश्यक हो गए हैं. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दस ग्राउंड्समैन और एक प्लंबर, सात बीसीसीआई स्टाफ, चार आईपीएल खिलाड़ी, एक एमआईडी स्टाफ, प्रसारण से जुड़े 14 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. मोरे के अलावा सभी लोग बायो-बबल में प्रवेश करने से पहले पॉजिटिव पाए गए. अब मैदान कर्मियों को भी एक अलग बायो-बबल में डाल दिया गया है.

बीसीसीआई ने प्रत्येक टीम के लिए एक ब्लूटूथ ट्रैकिंग डिवाइस होने का भी दावा किया है. हालांकि चार फ्रेंचाइज़ियों ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से पुष्टि की कि उन्हें अब तक कोई भी ब्लूटूथ डिवाइस प्राप्त नहीं हुआ है. प्रोटोकॉल के अनुसार, कोई भी खिलाड़ी/सपोर्ट स्टाफ जो कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आता है, उसे सात दिन पृथकवास में रहना होगा. लेकिन अगर किसी खिलाड़ी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें टीम से जुड़ने के लिए दो बार कोरोना टेस्ट (निगेटिव) कराना होगा.

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