बंगाल हिंसा का सच जल्द आएगा सामने, केंद्र सरकार ने जांच के लिए गठित की टीम

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हिंसा की वारदातों को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। पहले कड़े लहजे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से बंगाल हिंसा पर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है और अब केंद्र ने इसकी जांच के लिए एक टीम भी गठित कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की जांच करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल गठित किया है। 

अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी दी है कि मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को साफ़ साफ़ कहा था कि राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजने की हालत में इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार समय गवांए बिना ऐसी वारदातों को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए भी कहा गया है। बता दें कि बंगाल में हिंसा में अब तक 6 लोगों की जान जाने की बात सामने आई है। 

बुधवार को भेजे गए स्मरण पत्र में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से कहा कि तीन मई को सूबे में चुनाव के बाद भड़की हिंसा पर फ़ौरन रिपोर्ट तलब की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि बंगाल सरकार ने अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। पत्र में कहा गया कि नवीनतम सूचना के अनुसार, पश्चिम बंगाल में हिंसा की वारदातें नहीं रुकी हैं और इसका अभिप्राय है कि राज्य सरकार ने इन्हें नियंत्रित करने के लिए असरदार कदम नहीं उठाए हैं। 

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