अप्रैल माह में Gold Savings Fund, Gold ETF में इंवेस्टर्स ने जमकर किया निवेश, जानिए इसका कारण
नई दिल्ली, Gold Savinngs Fund और Gold Exchange Traded Funds (ETFs) में अप्रैल में 864 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया। कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से पैदा हुई अनिश्चितताओं के बीच सोने में यह निवेश देखा गया। Quantum Mutual Fund में सीनियर फंड मैनेजर (अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट्स) चिराग मेहता ने कहा कि सोने से जुड़े फंड में इंवेस्टमेंट को लेकर 2021-22 में भी सकारात्मक माहौल बने रहने की उम्मीद है। इसका कारण इस अनिश्चित माहौल में इंवेस्टर्स के विभिन्न इंस्ट्रुमेंट्स में निवेश के मुकाबले सोने में अब भी काफी कम पैसा लगा हुआ है।
Morningstar India द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े के मुताबिक Gold Savings Fund और Gold ETF में अप्रैल महीने में क्रमश: 184 करोड़ रुपये और 680 करोड़ रुपये का शुद्ध इंवेस्टमेंट देखने को मिला। इस डेटा के मुताबिक वर्ष 2020-21 में गोल्ड फंड में 3,200 करोड़ रुपये जबकि Gold ETF में 6,900 करोड़ रुपये से अधिक का इंवेस्टमेंट हुआ था।
Morningstar India के एसोसिएट निदेशक हिमांशु श्रीवास्तव ने इस डेटा को लेकर कहा, ”इस साल (2021 में) कोरोना वायरस संक्रमण में तेजी से वृद्धि को देखते हुए मौजूदा माहौल में संपत्ति के रूप में Gold का परफॉर्मेंस बेहतर रहने की उम्मीद है। निवेशकों के बीच इस संपत्ति को लेकर दिलचस्पी बनी हुई है।”
Quantum Mutual Fund के मेहता के अनुसार इंवेस्टर अब Gold ETF या Gold Investment Fund में इंवेस्टमेंट पर जोर दे रहे हैं। इसकी मुख्य वजह कोरोना महामारी की वजह से लागू पाबंदियों के चलते गोल्ड ज्वेलरी या फिजिकल गोल्ड की खरीद-बिक्री में आने वाली समस्याएं हैं।
बकौल मेहता Gold Savinngs Fund और Gold Exchange Traded Funds में निवेश से उन्हें सिक्योरिटी के लिहाज से एक प्रकार का संतोष मिलता है क्योंकि इन विकल्पों में उन्हें आसानी से खरीद-बिक्री की सुविधा मिलती है।
उन्होंने कहा कि अगर रिटर्न की बात की जाए तो इन प्रोडक्ट्स ने पिछले तीन साल में संचयी रूप से 13 से 14 फीसद का वार्षिक लाभ इंवेस्टर्स को दिया है। वहीं, पांच साल में रिटर्न 8 फीसद रहा है।