10 लाख से जयादा कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, एसोसिएशन ने रखी ठोस डिमांड
नई दिल्ली, 10 लाख से ज्यादा Indian Railways के कर्मचारियों के फायदे की खबर है। उनके एसोसिएशन AIRF (ALL INDIA RAILWAYMEN’S FEDERATION) ने मांग की है कि Privilege/Complementary Pass और PTO की तारीख को 31 अक्टूबर 2021 तक बढ़ाया जाए। क्योंकि Covid mahamari के कारण कई जगहों पर Lockdown लगा है। इससे लोगों की आवाजाही रुक गई है। लोगों को अपनी यात्रा भी कैंसिल करनी पड़ी है। इसलिए पास की डेडलाइन बढ़ानी चाहिए।
AIRF के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि Privilege/Complementary Pass और PTO की तारीख आगे बढ़ने से रेलवे कर्मचारी इसे दशहरा और दीपावली पर इस्तेमाल कर लेंगे। इस मामले में त्वरित फैसला लेने की जरूरत है। Indian railways अगर इस फैसले को मान लेता है तो इससे लाखों रेलवे कर्मचारियों को फायदा होगा। AIRF ने ऐसा लेटर रेल मिनिस्ट्री को भेजा है।
Appraisal पर भी Covid की मार
यही नहीं Central Government employees के Appraisal पर भी Covid की मार पड़ी है। Coronavirus Mahamari के कारण उनका Annual Appraisal FY 2020-21 आगे बढ़ गया है। DoPT ने कहा है कि CSS, CSSS और CSCS काडर के Group A, B और C की Annual Performance Assessment Report (APAR) जमा करने की तारीख 31 दिसंबर 2021 तक आगे बढ़ा दी गई है। ऐसा Covid Mahamari के कारण हुआ है। आदेश के मुताबिक जो लोग 28 फरवरी 2021 को रिटायर हो चुके हैं, उनको इसका फायदा मिलेगा।
प्रमोशन भी टला
बता दें कि सरकार ने इससे पहले भी 2019-20 के लिए केंद्रीय कर्मचारियों के APAR की मियाद को बढ़ा दिया था। इसे बढ़ाकर मार्च 2021 तक कर दिया गया था. पहले इसे 31 दिसंबर 2020 तक पूरा करना था। डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ट्रेनिंग (DoPT) के ऑर्डर के मुताबिक, मौजूदा स्थितियों को देखते हुए APAR को पूरा करने की मियाद बढ़ा दी गई है।
इंक्रीमेंट का यह पहला कदम
आदेश के मुताबिक, सभी कर्मचारियों को खाली फॉर्म या ऑनलाइन फॉर्म लेने का काम पूरा करना था। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए इंक्रीमेंट प्रोसेस का यह पहला कदम होता है। लॉकडाउन के कारण यह काम पूरा नहीं हुआ है। इसलिए सरकार ने मियाद को बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया है।
31 दिसंबर तक टला प्रोसेस
रिपोर्टिंग ऑफिसर को 30 जून तक Self Appraisal जमा करना होता है। इसके बाद 31 दिसंबर तक यह अप्रेजल की प्रक्रिया पूरी करनी है। कर्मचारी नेताओं की मानें तो Lockdown के दौरान दफ्तर में रोटेशन शिफ्ट चल रही है। इस कारण अधिकारी अप्रेजल प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं। सभी मंत्रालयों को कोविड-19 से निपटने के लिए कहा गया है और अपने कर्मचारियों की हिफाजत करने की ताकीद की गई है। इसलिए परफॉर्मेंस रिव्यू में देरी हो रही है।