पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह परिवार के कुंवर मनीष सिंह ने रचा इतिहास
कैबिनेट मंत्री ग्राम्य विकास राजेंद्र प्रताप सिंह * मोती*के बेहद करीबी कालाकांकर रियासत के पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह परिवार के कुंवर मनीष सिंह ने रचा इतिहास । एक बार फिर कालाकांकर ग्राम सभा से ग्राम प्रधान का निर्वाचन निर्विरोध कराकर इस बार भी ग्राम प्रधान का पद अपनी हो झोली में डाला। आपको बता दें की इस सीट पर लगातार इनकी माता जी निर्विरोध प्रधान होती आ रही थी।
इस बार 19अप्रैल को हुए चुनाव में राजपरिवार से ही एक व्यक्ति के खड़े होने से मतदान की प्रक्रिया अपनानी पड़ी जिसमें मनीष की माता श्री मंजू सिंह 150 सेअधिक मतों से जीत तो दर्ज किया लेकिन मतगणना से पहले इस वैश्विक महामारी की चपेट में आने से उनका निधन हो गया। चुनाव के परिणाम का प्रतिफल भी नहीं जान पाई। निर्वाचित प्रधान मंजू सिंह के निधन से यह सीट पुनः रिक्त हो गई।
हुए उप चुनाव में इस बार कुंवर मनीष सिंह ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत किया जिसके समाने किसी भी व्यक्ति ने विपक्षी के रूप में दावेदारी नहीं प्रस्तुत किया और इस बार मां की जगह कुंवर मनीष सिंह निर्विरोध रूप निर्वाचित होने का खिताब अपने नाम कर कालाकांकर के ग्राम प्रधान बने।