अफगानिस्तान: काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ के बीच हंगामा, अमेरिकी फौज ने हवा में दागीं गोलियां
काबुल, अफगानिस्तान में तालिबान का पूरी तरह कब्जा हो जाने के बीच हजारों की संख्या में लोग काबुल छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एएफपी के सूत्रों के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ के बीच हंगामा हो गया, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अमेरिकी फौज ने हवा में गोलियां दागीं हैं।
काबुल एयरपोर्ट से सभी कामर्शियल फ्लाइट कैंसिल
टोलो न्यूज के मुताबिक, एक बयान में कहा गया है कि काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी कामर्शिय़ल उड़ानें निलंबित हैं। बयान में लोगों से हवाई अड्डे पर भीड़ से बचने की अपील की गई है। काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी कमर्शियल उड़ानों को निलंबित कर दिया गया। वहां से केवल सैन्य विमानों के संचालन की अनुमति दी गई।
काबुल दूतावास के सभी कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला गया- अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि काबुल में मौजूद अमेरिकी दूतावास के सभी कर्मचारियों को वहां से सुरक्षित निकाल कर हामिद करज़ई हवाई अड्डे तक पहुंचा दिया गया है।
कैसे हैं मौजूदा हालात ?
अफ़ग़ानिस्तान इस समय पूरी तरह तालिबान के नियंत्रण के क़रीब पहुंच चुका है और राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी देश छोड़कर जा चुके हैं। इस बीच, तालिबान ने ऐलान किया है कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है। तालिबान ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। इस बीच, अमेरिकी सेना यहां से निकलने की कोशिशों में जुटी हुई है और पश्चिमी देश अपने नागरिकों को यहां से निकालने मे जुट गए हैं।
इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। रविवार को तालिबानी आतंकी काबुल पहुंच गए और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था। अशरफ गनी ने कहा कि वह रक्तपात से बचना चाहते हैं। इस बीच, सैकड़ों अफगान नागरिक काबुल हवाई अड्डे पर जुटे हुए हैं और यहां से भागने की कोशिश कर रहे हैं।
तालिबान के एक प्रवक्ता ने अल जजीरा को बताया कि अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध समाप्त हो गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अल जज़ीरा को दिए एक इंटरव्यू में तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा कि संगठन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते रखना चाहता है और उनके साथ किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। मोहम्मद नईम ने कहा कि तालिबान अलग-थलग हो कर नहीं रहना चाहता। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में किस तरह की शासन व्यवस्था होगी इसके बारे में जल्द स्पष्ट हो जाएगा।
रॉयटर्स के अनुसार रविवार को तालिबान के राजधानी काबुल में प्रवेश करने के बाद राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी देश छोड़ कर भाग गए हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि राजधानी में किसी दूतावास या किसी मुख्यालय को निशाना नहीं बनाया गया है। जो राजनयिक या आम नागरिक यहां से जाना चाहते हैं तालिबान उन्हें सुरक्षित बाहर जाने का रास्ता देगा।
अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना ने तालिबान को साल 2001 में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था। लेकिन धीरे-धीरे ये समूह खुद को तेजी से मज़बूत करता गया और अब एक बार फिर से इसने लगभर पूरे अफ़गानिस्तान पर क़ब्ज़ा कर लिया है।