अलसी के बीज का रोजाना सेवन करने से मिलते है जबरदस्त फायदे
पुराने समय से हम सभी अलसी के बीज के फायदे के बारे में जानते हैं. लेकिन, शायद आज हम इसे इस्तेमाल करना ही भूल गए हैं. ऐसे में हम आपको इस सुपरफूड के बारे में बताने वाले हैं जिसे आप अपने जीवन का हिस्सा बनाकर कई फायदे प्राप्त कर सकते हैं. बता दें कि अलसी में फाइबर (Fiber), ओमेगा 3 (Omega-3) जैसे कई फैटी एसिड पाए जाते हैं जो ना सिर्फ शरीर के लिए फायदेमंद है बल्कि यह स्किन और बालों को भी पोषण देने में मदद करता है. तो चलिए जानते हैं इसके फायदों के बारे में-
बालों को करता है मजबूत
आपको बता दें कि अलसी के बीज में कई ऐसे पोषक तत्व है जो बालों की ग्रोथ में बहुत मदद करते हैं. इसमें भारी मात्रा में Vitamin-B पाया जाता है जो बालों की खोई हुए चमक को वापस लेकर आता है. इसके साथ ही इसमें Vitamin-E भी पाया जाता है जो बालों को झड़ने से रोकता है.
स्किन पर लाता है नई चमक
स्किन को खूबसूरत और ग्लोइंग बनाने के लिए हम कई तरह के नुस्खे अपनाते है. लेकिन, बिना सही पोषण के स्किन हेल्दी नहीं रह सकती है. ऐसे में आप इस सुपरफुड का इस्तेमाल कर सकते है. यह चेहरे पर खोए हुए ग्लो को वापस लेकर आता है. इसके साथ ही महंगी क्रीमों पर होने वाले खर्च से भी आपको बचाता है.
रैशेज करें कम
यह तो हम जानते हैं ही कि अलसी के बीज में ओमेगा-3 पाया जाता है. यह शरीर में होने वाले रैशेज को ठीक करने में मदद करता है. इसके साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज भी पाई जाती है जो स्किन को साफ और ग्लोइंग बनाता है.
झुर्रियों से देता है आजादी
अलसी के बीज के रेगुलर इस्तेमाल से स्किन पर होने वाली झुर्रियों से भी आजादी मिलती है. यह चेहरे पर होने वाली झुर्रियों और रेखाओं को कम कर आपकी त्वचा को जवां बनाने में मदद करता है. इसके साथ ही स्किन सॉफ्ट और ग्लोइंग बनती है.
अलसी का कैसे करें सेवन
बता दें कि अलसी वैसे तो टेस्ट लेस होता है इसका कारण आप इसको कच्चा ही इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आप इसे भूनकर भी खा सकते हैं. चाहे तो इसे पीसकर इसका पाउडर बना लें और फिर इसका सेवन करें. सुबह-सुबह एक चम्मच गर्म पानी के साथ इसे लें. यह आपको वजन कम करने में भी मदद करेगा. इसके साथ ही आप इसे सब्जी, दाल, ओटमील में डालकर भी पकाकर भी यूज कर सकते हैं.
अलसी कहा मिलता है
बता दें कि अलसी का पौधा मध्यम तापमान (Temperate Zone) वाली जगहों पर मिलता है. इसके पेड़ में बड़े-बड़े रेशे होते है जिससे कपड़े, डोरी, रस्सी आदि बनाए जाते है. यह चीन, भारत, रूस, फ्रांस आदि देशों में सबसे ज्यादा पाया जाता है.