हल्द्वानी में बुजुर्ग किसान की बाथरूम में मिली लाश, परिवार ने दो युवकों पर लगाया आरोप
हल्द्वानी, मुखानी थाना क्षेत्र में एक वृद्ध किसान की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में घर के बाथरूम में मिली। स्वजनों का आरोप है कि दो युवकों ने जमीनी रंजिश में उनकी हत्या की है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंपकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ऊंचापुल अमृत आश्रम के सामने 64 वर्षीय हंसा दत्त जोशी अपने घर में अकेले रहते थे। उनकी दो बेटियां मुखानी में ही अपने ताऊ नारायण दत्त जोशी के साथ रहती हैं। लॉकडाउन से पहले बेटियां दिल्ली में रहकर नौकरी करती थीं। पुलिस के अनुसार बीते बुधवार की रात दो युवक उनके घर पहुंचे तो हंसा दत्त घर पर नहीं थे। बाथरूम में देखने पर वह बेसुध पड़े थे और मुंह से खून निकल रहा था। युवक उन्हें उठाकर अस्पताल ले गए और पड़ोसी किरायेदार से इसकी सूचना मृतक की बेटियों को देने को कहा।
सूचना मिलते ही मृतक के स्वजनों ने इसकी सूचना डायल 112 पर दी। इसके बाद एसओ कविंद्र शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन मृतक को अस्पताल ले जाया चुका था। पुलिस व स्वजन अस्पताल पहुंचे तो डाक्टर ने हंसा को मृत घोषित कर दिया। जबकि उन्हें एडमिट कराने वाले युवक फरार हो गए। देर रात पुलिस ने शव को मोर्चरी में रख दिया। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक की बेटी प्राची और सौम्य का आरोप है कि दो युवकों ने उसके पिता को जमीन की रंजिश में मारा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीओ शांतनु पराशर ने बताया कि शव बाथरूम में पड़ा था।
यह है पूरा मामला
मृतक के चचेरे दामाद लोकेश के अनुसार उसके ससुर ने कुछ साल पहले दो युवकों को दाननामे में जमीन दी थी। तय हुआ था कि जमीन के रुपये बाद में देने होंगे। आरोप है दोनों युवकों ने जमीन की दाखिल खारिज शुरू कर दी। प्लाट काटकर व्यवसायिक कार्य शुरू कर दिए थे। वर्ष 2015 में मृतक की बेटियां प्राची व सौम्य डीएम कोर्ट पहुंच गई थी। जहां से उन्हें स्टे मिल गया था। इसके बावजूद जमीन में प्लाटिंग का काम चोरी छिपे जारी रहा। आरोप है कि हंसा के विरोध करने पर उन्हें धमकियां दी जा रही थी। 15 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई डीएम कोर्ट में होनी थी। इससे पहले हंसा की हत्या कर दी गई।
फॉरेंसिक टीम व डाग स्क्वायड पहुंचे
वारदात स्थल पर गुरुवार को फॉरेंसिक टीम व डाग स्क्वायड की टीमें जांच के लिए पहुंची। बाथरूम में पड़े खून के सैंपल लिए गए। साक्ष्य एकत्र कर जांच के लिए एफएसएल रुद्रपुर भेज दिए गए हैं। वृद्ध की मौत की खबर मिलते ही रात में सीओ शांतनु पराशर भी मौके पर पहुंच गए थे। घर पर युवक ताला लगाकर मृतक को लेकर अस्पताल पहुंच गए थे। सीओ ने ताला तुड़वाकर पड़ताल की। इसके बाद घर पर अपना ताला लगा दिया। सुबह हंसा दत्त का शव घर पहुंचने पर पुलिस ने ताला खोलकर चाबी स्वजनों को सौंपी।
ये सवाल नहीं उतर रहे स्वजनों के गले
- हंसा दत्त घर के बाथरूम में पड़े थे तो इसकी जानकारी उन दोनों युवकों को ही क्यों हुई जिनसे जमीन का विवाद चल रहा था।
- रात के 11:30 बजे दोनों युवक उनके घर में किस वजह से पहुंचे थे।
- दोनों ने हंसा दत्त की हत्या नहीं की तो वह अस्पताल में लाश छोड़कर क्यों फरार हुए।
- स्टे के बावजूद जमीन पर प्लाटिंग क्यों नहीं रोकी जा रही थी।