लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में सोमवार को जिले भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में सोमवार को जिले भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। चम्पावत में उन्होंने अपनी गिरफ्तारी दी। कार्यकर्ताओं ने भाजपा के केंद्रीय मंत्री के बेटे पर आंदोलन कर रहे किसानों के उपर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की। टनकपुर में कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार का पुतला फंूका और किसानों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लोहाघाट में भी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और विरोध प्रदर्शन किया।
चम्पावत गांधी चौराहे के जिलाध्यक्ष पूरन कठायत व यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरज प्रहरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बांहों पर काली पट्टी बांधकर मौन प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों के उपर केंद्रीय मंत्री के पुत्र और उनके समर्थकों ने किसानों को अपनी कार से कुचल दिया। कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। लखीमपुर खीरी की यह घटना इसका उदाहरण है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त किया जाने और मृतक किसानों को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की। सीओ अशोक कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने गांधी मूर्ति के सामने धरना दे रहे कांग्रेसियों को धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी देने वालों में जिलाध्यक्ष पूरन कठायत, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सूरज प्रहरी, वरिष्ठ नेता हरगोविंद बोहरा, आशा टम्टा, उमेश खर्कवाल, हरीश चौधरी, जगदीश अधिकारी, चिराग फत्र्याल, सौरभ साह, तारा दत्त जोशी, अजय प्रहरी, किसान कांग्रेस के रमेश मेहता, अशोक कार्की, दीपक तड़ागी लाारा, नीरज पांडेय, कमल बिष्ट, विकास, रोहित, जगदीश जोशी, हरीश उप्रेती, मोहन राम,अमर कुमार, केशव राम सहित दर्जनों कांग्रेसी शामिल रहे। गिरफ्तार लोगों को कोतवाली ले जाया गया, जहां निजी मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
लोहाघाट में पूर्व जिपं अध्यक्ष खुशाल सिंह अधिकारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कोर्ट परिसर में धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस दौरान भगीरथ भट्ट, विमला माहरा, नवीन जोशी, प्रदीप खर्कवाल, नरेंद्र सिंह बोहरा, उमेद सिंह, पारस माहरा, राजेंद्र बोहरा, सुमन माहरा, विमला पुजारी सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। बाद में प्रशांत वर्मा, ओंकार धौनी, चांद बोहरा, प्रकाश गड़कोटी, भुवन चौबे, रोहित ढेक, लोकेश पांडेय आदि ने थाने जाकर गिरफ्तारी दी।