पीएम मोदी आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का करेंगे उद्घाटन, इन जिलों की दिल्ली और नोएडा से दूरी होगी कम

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (16 नवंबर) दोपहर 1.30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाले 340 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से की राजधानी लखनऊ से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी. इसके साथ ही पूर्वी यूपी के जिलों की दिल्ली और नोएडा से भी दूरी कम हो जाएगी.

सिर्फ 8.30 घंटे में पहुंच सकते हैं नोएडा से गाजीपुर

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद नोएडा से गाजीपुर जाना आसान हो जाएगा और सिर्फ 8.30 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. नोएडा से आगरा को जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे 165 किलोमीटर का है, जिसे 2 घंटे में तय किया जा सकता है. इसके बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की लंबाई 302 किलोमीटर है, जिसे तय करने में 3 घंटे का समय लगेगा. लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की दूरी 341 किलोमीटर है, जिसे साढ़े तीन घंटे में तय कर सकते हैं. इन तीन एक्सप्रेस-वे के जरिए आप 800 से ज्यादा किलोमीटर की दूरी सिर्फ 8 घंटे 30 मिनट में पूरी कर लेंगे.

यूपी के इन 9 शहरों से गुजरेगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 9 शहरों से होकर गुजरेगा. यह एक्सप्रेसवे राज्य के लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिले की सीमाओं से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेस-वे की वजह से वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज जैसे जिलों को भी फायदा होगा.

अयोध्या-गोरखपुर जाने वालों को भी होगा फायदा

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जब आप 80 किलोमीटर तक जाएंगे तो अयोध्या का भी एक कट दिया गया है. यहां से अयोध्या मात्र 50 किलोमीटर की दूरी पर है. इससे सिर्फ एक घंटे में अयोध्या तक पहुंचा जा सकेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर को जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेस वे भी बनाया जा रहा है. कुल मिलाकर यूपी सरकार बेहतर कनेक्टिविटी पर काम कर रही है. ये चुनाव से पहले सरकार के जनता से कनेक्शन के टारगेट को पूरा करने की कोशिश भी है. ये सिर्फ सड़कें नहीं हैं, जो दो जगहों को जोड़ रही हैं बल्कि ये हर गुजरते मील के साथ यूपी की करोड़ों की आबादी को जोड़ रही हैं.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर कितना लगेगा टोल

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से सरकार को टोल के जरिए करीब 202 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा. हालांकि फिलहाल लोगों को इस एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा यानी अभी कुछ दिन यह सफर मुफ्त रहेगा. दरअसल, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स वसूलने का काम प्राइवेट कंपनी को दिया जाएगा और यह कंपनी जल्द प्रति किमी के हिसाब से टोल की दरें तय करेगी. अभी तक एस एक्सप्रेस-वे पर टोल की दरें तक नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की दरों के आसपास ही रखी जाएंगी.

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर कितना लगता है टोल

बता दें कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Agra-Lucknow Expressway) पर सफर करने के लिए कार, जीप, वैन और हल्के मोटर वाहन को 600 रुपये टोल देना पड़ता है. इसके अलावा हल्के व्यवसायिक, हल्के माल वाहक और मिनी बसों को 945 रुपये. बस और ट्रकों को 1895 रुपये, भारी निर्माण कार्य मशीन वाहनों को 2915 रुपये और विशाल आकार के वाहनों को 3745 रुपये टोल लगता है.

सिर्फ 3 साल में बनकर तैयार हुआ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

सिर्फ 3 साल में 22 हजार 500 करोड़ की लागत से बनकर तैयार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 6 लेन का बनकर तैयार है, लेकिन भविष्य में इसे 8 लेन में भी बदला जा सकता है. एग्जीक्यूटिव इंजीनियर देवेंद्र कुमार ने बताया कि 120 की स्पीड डिजाइन की गई है, लेकिन स्पीड लिमिट 100 किलोमीर प्रति घंटे रखा गया है. क्रैश बैरियर को एक्सप्रेस-वे के चारों तरफ इस्तेमाल किया गया है. एक्सप्रेस वे को Q4 क्वालिटी से बनाया गया है.

एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा का रखा गया है खास ख्याल

गाजीपुर जाने के लिए जब आप लखनऊ की तरफ से 9 किलोमीटर पर पहुंचेंगे तो आपको पहला टोल प्लाजा मिलेगा. 16 बूथ टोल कलेक्शन के लिए बनाए गए हैं. ये एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे है, इसलिए सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है. पूर्वांचल का यह एक्सप्रेस वे 100 साल के हिसाब से तैयार किया गया है. इसके डिजाइन में खास बातों का ध्यान रखा गया है. इस एक्सप्रेस वे पर 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवर ब्रिज, 7 बड़े पुल, 118 छोटे पुल, 13 इंटरचेंज, 8 टोल प्लाजा, 271 अंडरपास, 503 पुलिया बनाए गए हैं. 13 कट कुल दिए गए हैं, जहां से आप इस एक्सप्रेस वे पर चढ़ सकते हैं और उतर सकते हैं.

Related Articles

Back to top button