दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने स्कूलों में श्रीमद्भगवदगीता पढ़ाने का लिया निर्णय

 भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकली गीता का पठन, श्रवण व चिंतन हम सभी के लिए बौद्धिक एवं नैतिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। गीता हमें कर्म करने के लिए प्रेरित करती है और जो व्यक्ति कर्म करता है, उसकी सफलता निश्चित होती है। ऐसे में हर बच्चे को इसका ज्ञान आवश्यक है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने इस ओर पहल करते हुए स्कूलों में श्रीमद्भगवदगीता पढ़ाने का निर्णय लिया है। स्कूल में हर 15 दिन के अंतराल पर एक घंटा बच्चों को गीता की शिक्षा दी जाएगी, जिससे कि वे अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकें। यह बात दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में शिक्षा समिति की चेयरपर्सन नीतिका शर्मा ने कही।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सदन में इसको लेकर प्रस्ताव लाया गया था, जिसको मंजूरी मिल गई है। अब द्वारका स्थित इस्कान मंदिर के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है। मंदिर की ओर से निगम स्कूलों के बच्चों को गीता का ज्ञान दिया जाएगा। अभी आनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में आनलाइन ही गीता के श्लोक के साथ ही उसका अर्थ बच्चों को बताया जाएगा। स्कूल खुलने के बाद इस्कान मंदिर के प्रतिनिधि हर स्कूल में जाएंगे और बच्चों को इसका ज्ञान देंगे। उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के अलावा हमें अपनी संस्कृति व संस्कार से भी जुड़े रहना है और श्रीमद्भगवद्गीता के माध्यम से हम इन दोनों चीजों से जुड़े रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसके शुरुआत की तिथि घोषित कर दी जाएगी।

महीने में दो दिन बैग फ्री डे होता है। इस दिन बच्चों को अपना बैग नहीं लाना होता है। ऐसे में इसी दिन इस्कान मंदिर की ओर से गीता की शिक्षा दी जाएगी। इस्कान मंदिर की ओर से कहा गया कि गीता कलयुग में मानवता के लिए वरदान है।

गीता में भगवान श्रीकृष्ण अपने विषय में बोल रहे हैं इसलिए यह सारे विश्व के लिए मंगलकारी है। निगम की ओर से की गई इस पहल की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। हम सभी को गीता से ज्ञान लेना चाहिए और अपने कर्म पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।

विद्यालय का नाम शहीदों के नाम पर

नीतिका शर्मा ने कहा कि निगम विद्यालयों का नाम शहीदों के नाम पर रखा जाएगा। इसमें सबसे पहले द्वारका सेक्टर तीन के फेज तीन स्थित विद्यालय का नाम हेलीकाप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा। साथ ही एक विद्यालय का नाम शहीद विजेंदर गुर्जर के नाम पर रखा जाएगा।

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