बसंत पंचमी के दिन सरस्वती देवी के इन दस मन्त्रों का करें जाप
वसंत ऋतु का प्रारंभ होता है इस वजह से माघ माह की पंचमी को बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। इस साल बसंत पंचमी 5 फरवरी को है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ सरस्वती के वह मंत्र जो आपको बसंत पंचमी के दिन जरूर पढ़ने चाहिए।
सरस्वती देवी के 10 मंत्र-
1. ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।
2. ‘ऐं’ माता सरस्वती का एकाक्षरी मंत्र है, इसे बीज मंत्र कहते हैं।
3. ॐ वद् वद् वाग्वादिनी स्वाहा।
4. ॐ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:।
5. ह्रीं त्रीं हूं। यह मंत्र स्फटिक माला व श्वेत आसन पर बैठकर करना आवश्यक है।
6. ॐ ह्रीं श्रीं हूं फट स्वाहा।
7. ॐ नम: पद्मासने शब्द रूपे ऐं ह्रीं क्लीं वद् वद् वाग्वादिनी स्वाहा।
8. ‘ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां। सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।’
9. ॐ ऐं वाग्दैव्यै विद्महे कामराजाय धीमही तन्नो देवी प्रचोदयात।
10. ‘सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:। वेद वेदान्त वेदांग विद्यास्थानेभ्य एव च।।
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने। विद्यारूपे विशालाक्षी विद्यां देहि नमोस्तुते।।’