पाकिस्तान में एक बार फिर बिजली के दामों में होने वाला है इजाफा, विपक्ष ने उठाए ये सवाल
पाकिस्तान में एक बार फिर बिजली के दामों में इजाफा होने वाला है। जानकारी के मुताबिक, इमरान खान सरकार देश की घटती अर्थव्यवस्था के बीच बिजली की दरें बढ़ाने वाली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की घटती अर्थव्यवस्था के बीच देश में बिजली की दरें अप्रैल के आगामी महीने में 6.10 रुपये प्रति यूनिट तक बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, पाकिस्तान सरकार के इस फैसले को लेकर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएलएन) के अध्यक्ष और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने देश में 6 रुपये प्रति यूनिट बिजली दरों में बढ़ोतरी की आलोचना की है, और इन दरों को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
पिछले सप्ताह बढ़े हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
दरअसल, पिछले हफ्ते मंगलवार को पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 12.03 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी करके जनता को बड़ा झटका दिया था। न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज शरीफ ने कहा कि, पहले से ही बिजली दरों को बढ़ाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, इमरान नियाजी को भगवान के प्रकोप से डरना चाहिए, क्योंकि लोग भारी वित्तीय संकट के कारण उनकी सरकार को कोस रहे हैं। पीएमएलएन अध्यक्ष ने कहा कि, हाल ही में इस सरकार ने पेट्रोल आटा और चीनी सहित हर चीज की कीमतों में तेजी से वृद्धि की है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी करना लोगों के साथ एक और अन्याय था। उन्होंने कहा कि, इमरान केवल अपने मंत्रियों और अपने सहयोगियों को राहत देना जानते हैं, लेकिन लोगों को नहीं।
लाखों परिवार को लगेगा झटका
न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथारिटी (एनइपीआरए) से बिजली वितरण कंपनियों ने वृद्धि की अनुमति देने के लिए संपर्क किया है। क्योंकि उपभोक्ताओं ने जनवरी 2022 के महीने में बिजली उत्पादन की वास्तविक लागत से कम भुगतान किया है। जानकारी के अनुसार, कीमतों में वृद्धि के लिए यह अब तक की सबसे अधिक मांग है। जिससे लाखों परिवारों का घरेलू बजट पूरी तरह बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है। NEPRA ने 28 फरवरी 2022 को इस मामले पर एक सार्वजनिक सुनवाई करने का निर्णय लिया है। प्राधिकरण द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, 12 फरवरी को NEPRA ने बिजली दरों में 3.09 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि की थी, जिसे फरवरी के बिल में चार्ज किया जाना था।
विपक्ष ने साधा निशाना
शुक्रवार को पाकिस्तान जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के प्रमुख अमीर सिराजुल हक ने पीटीआई के खिलाफ एक सार्वजनिक धरना को संबोधित करते हुए इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर हमला बोला था। उन्होंने इमरान सरकार को देश के इतिहास में सबसे खराब सरकार करार दिया था। स्थानीय मीडिया ने पार्टी सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) के प्रमुख शहबाज शरीफ ने पंजाब प्रांत में पीटीआई सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एक समिति का गठन किया है।