नवाब मालिक की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता मोहित कंबोज को जश्न मनाना पड़ा महंगा, शिकायत हुई दर्ज

महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तारी का जश्न मनाना बीजेपी नेता मोहित कंबोज को भारी पड़ गया. मुंबई पुलिस ने उन पर FIR दर्ज कर ली है. पुलिस के मुताबिक मोहित कंबोज ने 23 तारीख की शाम को अपने सांताक्रुज स्थित निवास पर कोविड नियमों का उल्लंघन कर अपने समर्थकों की भारी भीड़ जमा की थी.

साथ ही सार्वजनिक जगह पर हवा में तलवार लहराया जो कि आर्म्स एक्ट के तहत आता है. इसलिए कोविड नियमों के उल्लंघन सहित आर्म्स एक्ट के आधार पर केस दर्ज किया गया है. वहीं मोहित कंबोज का कहना है कि सरकार के इशारे पर उन पर जबरन पुलिस ने ये एफआईआर (FIR) दर्ज कराई थी.

नवाब मलिक पर लगे हैं गंभीर आरोप

पुलिस के पास इसका कोई प्रमाण नहीं है. हालांकि अभी तक इस पर महाराष्ट्र सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. आपको बताते चलें कि नवाब मलिक पर कथित मनी लॉंड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण में संलिप्तता के आरोप लगे हैं.

उन पर आरोप है कि वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंधित जमीन डील से जुड़े रहे हैं. ईडी अंडरवर्ल्ड से संबंधित मनी लॉंड्रिंग मामले की जांच कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने हाल में अंडरवर्ल्ड के खिलाफ केस दर्ज कर कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.

नवाब मलिक और दाऊद के सहयोगियों के बीच लेनदेन का आरोप

इस सिलसिले में कुछ हफ्ते पहले दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को भी दबोचा गया था.सूत्रों के मुताबिक कुछ अहम सबूतों से जानकारी मिली कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक और दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों के बीच लेनदेन हुआ था.

इससे पहले जांच एजेंसी की टीम ने एनसीपी नेता और राज्य सरकार में मंत्री नवाब मलिक से पूछताछ की थी और जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पिछले चार महीनों में केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले मलिक दूसरे वरिष्ठ एनसीपी के नेता हैं. इससे पहले राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को पिछले साल नवंबर में मनी लॉंड्रिंग के एक अन्य कथित मामले में हिरासत में लिया गया था और फिर जेल में डाल दिया गया था.

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