आठ सूत्री मांगों को लेकर बीते 40 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रही हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता…

पिछले 40 दिनों से शासकीय सेवक घोषित किए जाने सहित अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में सागर शहर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की धरना स्थल में तबीयत बिगड़ने के बाद गुरुवार की शाम उनका निधन हो गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के निधन से आक्रोशित कार्यकर्ताओं और सहायिका ने धरना स्थल पर जनाजा रखकर विरोध किया। मामले की नजाकत को भांपते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल वहां तैनात रहा।

बुधवार को सागर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान गुरुवार रात को उनकी मौत हो गई। शहनाज बानो की मौत की खबर फैलते ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं आक्रोशित हो गईं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने ऐलान किया कि वह शहनाज बानो का जनाजा आंदोलन स्थल पर रखकर प्रदर्शन करेंगीं।

परिजनों को नौकरी और 5 लाख देने की मांग

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के आंदोलन का समर्थन कर रहे शिवसेना के उप राज्य प्रमुख पप्पू तिवारी का कहना है कि भीषण गर्मी के दौरान पिछले 40 दिनों से आंदोलनरत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों को लेकर शासन-प्रशासन गंभीर नहीं हैं और आंदोलनरत महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। इसी प्रताड़ना के चलते शहनाज बानो की तबियत बिगड़ी है। हमारी मांग है कि शहनाज बानो के परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए और 5 लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाए।साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए।

घटनास्थल पर कलेक्टर, एसपी पहुंचे

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत के बाद कलेक्टर दीपक आर्य एवं पुलिस अधीक्षक तरुण नायक मौके पर पहुंचे। कलेक्टर ने कहां की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग से संबंध में शासन को अवगत कराया गया है। हम प्रदर्शनकारी महिलाओं से भी लगातार संपर्क कर रहे हैं कि वह धूप में परेशान ना हो और वह एक प्रक्रिया के तहत अपनी मांग शासन तक रखें। वहीं इस संबंध में शासन स्तर पर जो मदद हो सकेगी वह नियम अनुसार उनके परिजनों को दिलाई जाएगी। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता व सहायिका जनाजा में शामिल होने दौड़ लगाकर जाने लगी तो एसपी व कलेक्टर ने दौड़ लगाकर उन्हें रुकवाया और पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया।

कार्यकर्ता की मृत्यु पर सांसद विवेक तन्‍खा ने सरकार से उठाया सवाल

आंदोलन के दौरान सागर में एक और कार्यकर्ता की मृत्यु पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्‍खा ने अफसोस जताया है। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर सरकार से पूछा है कि इन बहनों को न्याय प्रदान करने के पहले सरकार और कितनी जानें लेगी। कुछ दिन पूर्व भी सागर में ही एक कार्यकर्ता की मृत्यु आंदोलन के दौरान हो चुकी है। गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तंखा ने कल ही मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ध्यान पिछले 40 दिनों से सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर रही इन कार्यकर्ता बहनो को न्याय व अधिकार देने की बात कही थी।

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