बेसिक शिक्षा परिषद के पूर्व सचिव संजय सिन्हा का निधन, लिवर की बीमारी से ग्रसित थे
निदेशक साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाएं पद से सेवानिवृत्त बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव रहे संजय सिन्हा का सोमवार को यहां निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह दो बार बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रहे। निदेशक साक्षरता के पद से अगस्त 2021 में सेवानिवृत्त हुए थे। वह लिवर की बीमारी से ग्रसित थे।
संजय सिन्हा का कार्यकाल
बेसिक शिक्षा परिषद के पूर्व सचिव संजय सिन्हा पहले कार्यकाल में 22 दिसंबर 2000 से 31 मई 2003 तक बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रहे। इस पद पर उनका दूसरा कार्यकाल 20 दिसंबर 2012 से नौ सितंबर 2018 तक रहा। बेसिक शिक्षा में 72825 शिक्षकों की भर्ती में बीएड व बीटीसी विवाद मामले में प्रभावी पैरवी कराकर उन्होंने विभाग को जीत दिलाई। शिक्षा मित्र मामले में उनकी पैरवी से विभाग की विजय हुई।
नियम विरुद्ध तबादले का लगा था आरोप
संजय सिन्हा का विवादों से भी नाता रहा। नियम विरुद्ध तबादले करने के आरोप भी लगे। शासन ने आरोपों की जांच कराई। जांच में पुष्टि होने पर उन्हें मार्च 2021 को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि हाई कोर्ट ने उनके निलंबन के आदेश पर रोक लगा दी थी। परिवार में उनकी पत्नी और बेटी हैैं। पत्नी मिताली इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फैशन एवं टेक्नालाजी विभाग में शिक्षिका हैैं।
प्रयागराज में है घर : वह यहां इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के निकट पेंगोलिया अपार्टमेंट में परिवार के साथ रह रहे थे। वह पिछले कुछ दिनों से यहां निजी अस्पताल में भर्ती थे। इसके पहले उनका दिल्ली में भी इलाज चला।
रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार : उनके निधन की सूचना मिलने पर शिक्षा विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारियों के साथ उनके रिश्तेदार व शुभचिंतक की शोक संवेदना जताने उनके निवास पर पहुंचे। रसूलाबाद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।