आज पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने आर्थिक तंगी से गुजर रहे एक गरीब किसान को किया मालामाल
पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने आर्थिक तंगी से गुजर रहे एक गरीब किसान को आज मालामाल कर दिया है। हीरा की खदानों के लिए प्रसिद्ध पन्ना जिले की उथली खदान से इस किसान को 11.88 कैरेट वजन का बेशकीमती हीरा मिला है। यह नायाब हीरा पन्ना जिले के ग्राम झरकुआ निवासी प्रताप सिंह यादव को कृष्णा कल्याणपुर की पटी हीरा खदान में मिला है।
हीरा मिलने के साथ ही आर्थिक तंगी से परेशान रहने वाला किसान मालामाल हो गया है। इस नायाब हीरे की अनुमानित कीमत 50 से 60 लाख रुपये आंकी जा रही है। हीरा धारक प्रताप सिंह यादव ने हीरा मिलने पर बुद्धवार को नियमानुसार कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में आकर जमा कर दिया है। इस हीरे को आगामी होने वाली नीलामी में विक्रय के लिए रखा जायेगा।
आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जायेगा
हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि ग्राम झरकुआ निवासी किसान प्रताप सिंह यादव 58 वर्ष को 11.88 कैरेट वजन का बेशकीमती हीरा मिला है, जो जेम क्वालिटी का है। हीरा पारखी ने बताया कि जमा हुए इस हीरे को आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जायेगा। बिक्री से प्राप्त राशि में से शासन की रायल्टी काटने के बाद शेष राशि हीरा धारक को प्रदान की जाएगी। हीरे की अनुमानित कीमत पूंछे जाने पर हीरा पारखी ने बताया कि हीरा जेम क्वालिटी का है जिसकी अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है, लेकिन अभी उसकी कीमत नहीं बताई जा सकती। जानकर इस हीरे की अनुमानित कीमत 50 से 60 लाख रुपये आंक रहे हैं।
जीवन में पहली बार मिला हीरा, कोई धंधा करेंगे
हीरा धारक प्रताप सिंह यादव ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए बताया कि वे पिछले 10-12 साल से हीरा खदान में अपनी किस्मत आजंमा रहे थे। आख़िरकार भगवान जुगल किशोर जी ने मेरी फरियाद सुन ली और गरीबी दूर कर दी। श्री यादव ने बताया कि उसके दो लड़के व एक लड़की है, बच्चों को जिंदगी में कष्ट न झेलना पड़े इसलिए कोई धंधा शुरू करूँगा। आपने बताया कि उसके पास सिर्फ एक एकड़ खेती की जमीन है जिससे बमुश्किल गुजारा हो पाता था। लेकिन अब सारी परेशानी दूर हो जायेगी।
यहां पर कब किसकी किस्मत चमक जाये कुछ कहा नहीं जा सकता
गौरतलब है कि पलक झपकते ही रंक से राजा बनने का चमत्कार यदि कहीं घटित होता है तो वह रत्नगर्भा पन्ना जिले की धरती है। इस धरती की यह खूबी है कि अचानक ही यहां पर कब किसकी किस्मत चमक जाये कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ 4 मई बुद्धवार को झरकुआ गाँव के प्रताप सिंह यादव की जिन्दगी में घटित हुआ। किसान प्रताप सिंह यादव को बहुमूल्य हीरा मिलने की खबर फैलने के बाद से उनके घर पर उत्सव जैसा माहौल है, हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है तथा परिचितों और रिश्तेदारों का आना-जाना लगा है।