सच हो रही है विष्णु पुराण की ये भविष्यवाणियां, पढ़कर होंगे हैरान
दिन प्रतिदिन भीषण गर्मी बढ़ते चली जा रही है और अब तो लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो गया है। वैसे विष्णु पुराण में कलियुग की स्थिति का वर्णन और प्रलय की स्थिति के बारे में बताया गया है। आज हम आपको उसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
* जी दरअसल विष्णु पुराण में बताया गया है कि कलयुग जैसे-जैसे अंत की ओर बढ़ेगा वैसे-वैसे सृष्टि भी प्रलय की तरफ बढ़ेगी। इसी के साथ भगवान विष्णु सूर्य की किरणों में समा जाएंगे। जिससे गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ जाएगी की भयानक अकाल की स्थिति आ जाएगी। उसके बाद लोग बरसात के लिए तरसने लगेंगे और लोग बरसात के लिए तरह-तरह के उपाय करेंगे, गर्मी की वजह से धरती में दरारें आ जाएंगी। इस दौरान जल स्तर काफी नीचे चला जाएगा।
* विष्णु पुराण के अनुसार, जब भगवान विष्णु सूर्य की किरणों के साथ मिल जाते हैं तो धरती ताबे के सामान तपने लगती है और ऐसा प्रतीत होता है जैसे एक साथ सात सूर्य प्रकाश डाल रहे हों। वहीं ऐसी स्थिति में जल सूखने से फल और अन्न में रस तत्व की कमी हो जाती है।
* विष्णु पुराण के अनुसार, जब सृष्टि विनाश की तरफ चलेगी तब बरसात कम हो जाएंगी और अनावृष्टि से खेती नष्ट हो जाएगी। इस दौरान नदी तालाब सूखने लगेंगे। इसके अलावा पुराण में बताया गया है कि जब गर्मी के कारण लोग त्राहि-त्राहि करने लगेंगे, जन जीवन नष्ट होने लगेगा, उस समय भगवान विष्णु के मुख से तेज सांस लेने पर संवर्तक मेघ उत्पन्न होगा और यह मेघ फिर लगातार बरसता रहेगा जिससे जल प्रलय आ जाएगी और पूरी सृष्टि जलमग्न होने लगेगी।
* विष्णु पुराण के अनुसार, कलयुग में अधर्म की वृद्धि हो जाने से लोगों की आयु कम होने लगेगी और लोगों की औसत आयु घटकर 20 वर्ष ही रह जाएगी। इसी के साथ लोगों के बाल अल्पायु में ही सफेद होने लगेंगे और लोगों में लालच इस कदर भर जाएगा कि रिश्ते नाते सब धन पर ही आकर टिक जाएंगे। पिता पुत्र और पति पत्नी का रिश्ता भी धन पर निर्भर करेगा।
* विष्णु पुराण के अनुसार, कलियुग में लोग जीवन भर की कमाई घर बनाने में लगा देंगे। जनता पर कई तरह के कर लगाकर उनसे धन संग्रह किया जाएगाऔर मनुष्य को अपने बालों से बहुत प्रेम होगा औऱ इसके श्रृंगार पर भी वह खूब ध्यान देंगे और खर्च करेंगे। अपनी सुख सुविधाओं को लोग उधार के जरिए पूरा करने की कोशिश करेंगे और पाखंडी लोग अपना ही शास्त्र और धर्म गढ़ना आरंभ कर देंगे।