सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा- समाजवादी पार्टी कुएं के मेढक की सोच से बाहर आए
उत्तर प्रदेश विधान सभा सदन में सत्र शुरू होने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रयागराज के शहर पश्चिमी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोला। कहा, महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर जिस तरह से समाजवादी पार्टी के विधायकों ने खलल डाला, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी घोर निंदा होनी चाहिए।
पूर्व मंत्री ने सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सपा विधायकों का यह व्यवहार उस विकृत संस्कृति को दर्शाता है, जिसमें समाजवादी पार्टी के मुखिया संवैधानिक पदों की इज्जत नहीं करते। यही कारण है उनके विधायकों ने जब महामहिम राज्यपाल अभिभाषण पढ़ रही थीं तो लोग सदन में अमर्यादित व्यवहार कर रहे थे। शोर शराबा और हंगामा किसी भी हाल में ठीक नहीं ठहराया जा सकता।
विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले कि जनता के हित में चर्चा करने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी जब महामहिम द्वारा यूपी सरकार के पांच वर्षों के विकास कार्यों को पढ़ रही थी तो उसको नहीं सुना। अभिभाषण नहीं सुनेंगे तो किस बिंदु और किस तरह से आप प्रदेश के हित में चर्चा करेंगे। यह ठीक वैसा है जैसे कुएं के मेढक की होती है। उसे चहारदीवारी के चारों ओर रोशनी समझ आती है मगर अंधेरा रहता है और बाहर विकास नहीं दिखता है।
पूर्व मंत्री ने कहा अखिलेश यादव ने कभी भी संवैधानिक पद का सम्मान नहीं किया। पार्टी को इस विकृत संस्कृति से बाज आना होगा। महामहिम राज्यपाल महोदया के अभिभाषण को बाधित करना राज्य के संवैधानिक प्रमुख का अपमान है। किस मुंह से से जनता के हितों के लिए समाजवादी पार्टी के लोग चर्चा में भाग लेंगे।