LIC शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई तो उन उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा जो मुनाफे का कर रहे थे इंतजार. पढ़े पूरी खबर
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर का भाव अपने 801 रुपये के ऑल टाइम लो पर पहुंच गया। एक्सपर्ट की मानें तो फिलहाल हालात में सुधार की उम्मीद नहीं है और शेयर को इश्यू प्राइस तक जाने में लंबा समय लग सकता है। एलआईसी का इश्यू प्राइस का उच्चतम भाव 949 रुपये था। इस लिहाज से देखें तो आईपीओ प्राइस से शेयर 14 प्रतिशत लुढ़क चुका है।
एलआईसी के उन पॉलिसीधारकों को भी नुकसान हुआ है, जिन्हें प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश के दौरान प्रति शेयर 60 रुपये तक की छूट दी गई थी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने स्टॉक को होल्ड करने की सलाह दी है और आगे 8 प्रतिशत तक की तेजी की उम्मीद जताई है। एक्सपर्ट ने आने वाले कुछ माह के लिए स्टॉक को टारगेट प्राइस 875 रुपये दिया है, जो इश्यू प्राइस से काफी कम है। मतलब ये है कि एलआईसी आईपीओ के निवेशकों को फिलहाल मुनाफा मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ: एलआईसी देश का सबसे बड़ा आईपीओ था। इसके जरिए सरकार ने करीब 21 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं लेकिन आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवेशक नुकसान में हैं। आपको बता दें कि आईपीओ को 15 से ज्यादा विश्लेषकों ने सब्सक्राइब रेटिंग दी थी और उन्हें काफी उम्मीदें थीं।
तिमाही नतीजों ने किया निराश: बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में एलआईसी का शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत घटकर 2,409 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने एक साल पहले समान तिमाही में 2,917 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी के आईपीओ के बाद यह उसका पहला तिमाही नतीजा है। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,12,230.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 1,90,098 करोड़ रुपये रही थी।