लखनऊ में बनने वाले केंद्रीय कंट्रोल रूम को लेकर शुरू होने जा रहा है काम, अन्य जिलों में चलने वाली मेट्रो की निगरानी के साथ बैकअप भी करेगा तैयार

उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में मेट्रो चले, उस पर लखनऊ से भी नजर रखी जा सकेगी। इसके लिए सहकारिता भवन के पीछे कई एकड़ जमीन पर कंट्रोल रूम बनाने की कवायद जल्द शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) की मंशा है कि मेट्रो का कंट्रोल रूम संबंधित जिले में तो बनाया ही जाए, इसके अलावा बैक अप की व्यवस्था लखनऊ से हो। यही नहीं भविष्य में कानपुर, आगरा, गोरखपुर, बनारस सहित जिस भी जिले में मेट्रो चलेगी, उसकी मानीटरिंग लखनऊ से होगी। आपात स्थिति में संबंधित जिले को अवगत कराने का काम लखनऊ का कंट्रोल रूम करेगा या फिर कोई घटना की जांच करने में इस कंट्रोल रूम का उपयोग किया जाएगा।

लखनऊ में एक कंट्रोल रूम ट्रांसपोर्ट नगर स्थित यार्ड में बना है। कंट्रोल रूम के जरिए मेट्रो में सफर करने वाले किसी भी यात्री व मेट्रो चालक से जहां बात की जा सकती है, वहीं मेट्रो के संचालन में यह कंट्रोल रूम अहम भूमिका निभाता है। यही नहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए भी कंट्रोल रूम मेट्रो चालक को सतर्क करने के साथ ही आगाह भी करता है। कंट्रोल रूम के जरिए सभी स्टेशन परिसर पर भी निगरानी रखने का काम किया जाता है। स्टेशन पर यात्रियों व काउंटर पर बैठे कर्मी से लेकर, चेकिंग प्वाइंट, प्लेटफार्म की गतिविधियाें के साथ ही निकास व प्रवेश द्वारा पर आने-जाने वालों पर नजर रखी जाती है।

प्रशासनिक भवन का कार्यालय भी बनेगा : कंट्रोल रूम के लिए बनने वाला परिसर कई मंजिले का होगा। यहां कंट्रोल रूम बनने के साथ ही भविष्य की योजनाओं को देखते हुए कार्यालयों के लिए अभी से स्थान बनाया जाएगा। इसके अलावा मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय भी होगा। वहीं गोमती नगर में चलने वाला कार्यालय पूर्व की तरह चलता रहेगा।

यूपीएमआरसी सहकारिता भवन के पीछे बनने वाली इमारत को लेकर जल्द ही काम करेगा। कंट्रोल रूम का उद्देश्य अन्य जिलों में चलने वाली मेट्रो की निगरानी के साथ ही एक बैकअप तैयार करना है। यहां मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय भी होगा और गोमती नगर का कार्यालय पूर्व की तरह चलता रहेगा। – कुमार केशव, एमडी, यूपीएमआरसी

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