भाजपा-जजपा गठबंधन में आई दरार के बीच उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से की मुलाकात
शहरी स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा और जजपा गठबंधन में आई दरार के बीच उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है।
इस मुलाकात में दुष्यंत ने राज्यसभा चुनाव में दूसरी सीट भी जीतने सहित शहरी स्थानीय निकाय चुनाव गठबंधन में लडऩे संबंधी दो विषय भाजपा हाईकमान के समक्ष रखे।
नड्डा से मुलाकात के बारे में दुष्यंत ने सिर्फ इतना ही कहा कि देश-प्रदेश के अनेक विषयों पर चर्चा हुई। उन्होंने सहयोगी दल के प्रमुख होने के नाते भाजपा हाईकमान के समक्ष अपनी व्यथा भी रखी।
दुष्यंत का दुख यह था कि भाजपा ने पहले गठबंधन में चुनाव लडऩे के संकेत दिए, फिर एकाएक हिसार में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय ले लिया कि पार्टी गठबंधन दल से अलग चुनाव लड़ेगी। अब फिर से गठबंधन में चुनाव लडऩे का निर्णय लिया गया है। इससे गठबंधन की साख को बट्टा लगा है।
जिस विश्वास की मजबूत डोर से गठबंधन चल रहा था, उसमें अब गांठ पड़ गई है। बताया जा रहा है कि दुष्यंत ने भाजपा हाईकमान से आग्रह किया है कि प्रदेश भाजपा इकाई को आगे के लिए इस तरह के निर्णयों की बाबत सचेत कर दिया जाए।
राज्यसभा चुनाव में दूसरा उम्मीदवार जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी जजपा
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में दूसरा उम्मीदवार जिताने में उनकी पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पार्टी के सभी दस विधायक राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को वोट करेंगे।
दुष्यंत ने हाईकमान को यह भी बताया है कि भाजपा और निर्दलीय विधायकों के साथ निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा के पास 27 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा भी कुछ और विधायकों का समर्थन दिलवाने में उनका सहयोग किया जा रहा है।
मंत्रिमंडल में बदलाव की सुगबुगाहट भी हो चुकी है शुरू
हरियाणा मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा कोई नई नहीं हैं। आमतौर पर दिल्ली में भाजपा और जजपा के नेताओं की होने वाली बैठकों के दौर के बाद राजनीतिक ²ष्टिकोण से यह माना जाता है कि गठबंधन सरकार में कुछ नया होने जा रहा है।
इस बार भी यह बताया जा रहा है कि दस जून को राज्यसभा चुनाव निपटने के साथ ही मनोहर लाल मंत्रिमंडल में फेरबदल तय है। इसमें जजपा के खाते के विभागों में से दो अहम विभाग वापस लिए जाने से लेकर भाजपा के तीन मंत्रियों को हटाकर तीन नए मंत्री बनाने की भी चर्चा है।