जिला प्रशासन की ओर से 17 जून से देवयानी चिटफंड कंपनी के निवेशकों को बांटी जाएगी राशि….
जिला प्रशासन की ओर से 17 जून से देवयानी चिटफंड कंपनी के निवेशकों को राशि बांटी जाएगी। इसके बाद गोल्ड की-इंफ्रावेंचर व निर्मल इंफ्राहोम चिटफंड कंपनी के 1990 निवेशकों को राशि बांटी जाएगी। जिला प्रशासन ने इन कंपनियों के निवेशकों से आनलाइन आवेदन मंगाए हैं, जिसकी जांच शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि अब जिला प्रशासन की तरफ से सभी चिटफंड कंपनी के निवेशकों से आनलाइन आवेदन मंगाए जा रहे हैं। इससे पहले आफलाइन मंगाए गए थे, जिसकी जांच में काफी परेशानी हो रही थी।
‘गोल्ड” और ‘निर्मल” के निवेशकों के दर्द पर अब मरहम
अधिकारियों का कहना है कि आवेदनों को सही तरीके से भरा भी नहीं गया था। एजेंट के मोबाइल नंबर, पता तक नहीं दिए गए थे। गोल्ड-की इंफ्रावेंचर चिटफंड कंपनी की संपत्ति नीलामी से जिला प्रशासन को 81 लाख एक हजार तथा निर्मल इंफ्राहोम से 51 लाख 51 हजार रुपये मिले है। दो कंपनियों से जिला प्रशासन को एक करोड़ 32 लाख 52 हजार रुपये मिले है। इन दो कंपनियों के अलावा शुष्क इंडिया कंपनी से छह लाख चार हजार रुपये मिले हैं।
जिला प्रशासन की तरफ से चिटफंड कंपनियों पर लगातार कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि अब तक 12 कंपनियों के संचालक गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके साथ ही कई बड़ी कंपनियों की संपत्ति नीलामी के मामले कोर्ट में लंबित है।सांई प्रकाश की संपत्ति जल्द होगी निलामचिटफंड कंपनी सांई प्रकाश डेवलपमेंट की 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जल्द ही निलाम होगी। इसकी सूचना जल्द ही जारी होने की उम्मीद है। प्रशासन ने भी इसकी तैयारी पूरी कर ली है।
अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई ने कहा, चिटफंड कंपनियों में डूबी रकम की वापसी का सिलसिला 17 जून से शुरू हो रहा है। इसके बाद दूसरी कंपनियों के निवेशकों को भी राशि मिलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।