उत्तराखंड में इस दिन तक ज्यादातर जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

मानसून की घोषणा होने के साथ ही उत्तराखंड में बारिश के सिलसिले में भी तेजी आई है। गुरुवार को राज्य के अनेक हिस्सों में अच्छी व कहीं कहीं भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने चार जुलाई तक राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश का ऑरेंज व यलो अलर्ट जारी किया है। 

चार जुलाई के बाद राज्य में बारिश में तेजी आने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक एक जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल, देहरादून जिलों में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 

दो, तीन व चार जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर व चम्पावत जिले में कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट रहेगा। भारी से बहुत भारी बारिश के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में हल्का भूस्खलन, चट्टान गिरने के कारण कहीं कहीं सड़कों, राजमार्गों में अवरोध, कटाव, पहाड़ी क्षेत्रों में नालों व नदियों का अतिप्रवाह, निचले इलाकों में जल भराव से दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं।

लोगों को पर्वतीय इलाकों में बारिश के समय आवागमन से सतर्क रहने व किसानों को पकी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों में रखने का सुझाव दिया गया है। राज्य प्राधिकरण, जिला प्रशासन व आपात दस्तों को नुकसान से बचने के लिए जरुरी एक्शन लेने की सलाह दी गई है।

बागेश्वर जिले में 18 सड़कें अभी भी बंद
बागेश्वर। 
जिले में गत दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण सड़कें, बिजली के पोल तथा पेजयल योजना घ्वस्त हो गए। शुक्रवार को मौसम ने राहत दी है तो सड़क खोलने के काम में तेजी आने लगी है, हांलाकि अभी 18 आंतिरिक सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लोगों को अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद मार्ग खोलने का काम जारी है। 

बाटनगाड़ में मलवा आने से पूर्णागिरि मार्ग हुआ बाधित
टनकपुर। 
पूर्णागिरि में हुई बारिश के बाद बाटनागाड़ पर मलबा आने से पूर्णागिरि मार्ग अवरुद्ध हो गया। करीब दो घंटे तक मार्ग में आवाजाही बंद रही। जेसीबी मशीन के जरिए सड़क में आए मलबे को हटाकर सुचारू किया गया। बीते गुरुवार देर शाम पूर्णागिरि मार्ग में बाटनागाड़ के पास मलबा आने से मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया।

मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी ने बताया कि बाटनागाड़ में बरसाती नाला आने से पूर्णागिरि मार्ग बंद हो गया। जिससे मां पूर्णागिरी दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बरसात में एक जेसीबी मशीन और एसडीआरएफ के जवानों को पूर्णागिरि मार्ग में तैनात किया जाए। उन्होंने जेसीबी मशीन के देर में पहुंचने पर नाराजगी जाहिर की है। 

सीमांत क्षेत्र में बारिश के बाद निचले हिस्सों में बढ़ा खतरा-अलर्ट जारी 
झूलाघाट
।  लगातार हो रही बारिश के चलते काली नदी सहित सहयोगी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है जिसके चलते निचले इलाकों में जलभराव बढ़ गया है। काली नदी का जलस्तर बढ़ने से सीमा क्षेत्र में भू कटाव का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन की और से सीमावर्ती क्षेत्रों में अलर्ट जारी  किया है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक गोपाल सिंह डिनिया ने झूलाघाट सहित नदी किनारे बसे गांव के लोगों को सूचित कर नदी किनारे न जाने की हिदायत दी है।   लगातार हो रही बारिश के चलते काली नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।  भारत नेपाल सीमा के  झूलाघाट, गीठिगडा, बलतडी, तड़ीगांव सहित अन्य गांवों को सूचित किया गया है।

देहरादून में छह दिन में गिरा 11 डिग्री तापमान
देहरादून में हुई बारिश के चलते पिछले छह दिनों में अधिकतम तापमान में दस से 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से पांच डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक कम है।

अधिकतम व न्यूनतम तापमान में सिर्फ चार डिग्री सेल्सियस का फर्क रहा जो बीते दो माह में सबसे कम है। मौसम विभाग ने दून में शुक्रवार को भी बारिश रहेगी। आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे। दून में छह जुलाई तक बारिश का दौर रहने की उम्मीद है।

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