आजम खान की मुश्किलें नहीं हो रही कम, जौहर रिसर्च सेंटर लिया जाएगा वापस

समाजवादी पार्टी के विधायक और गद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक केस झेल रहे आजम खान से अब जौहर रिसर्च सेंटर भी वापस लेने की तैयारी हो रही है। जानकारी के मुताबिक आजम खान ने समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान 100 रुपये प्रति साल की दर से 33 साल की लीज पर शोध संस्थान लिया था। आरोप है कि आजम खान ने शोध संस्थान ना बनाकर यहां रामपुर पब्लिक स्कूल खुलवा दिया। इस मामले में योगी सरकार ने साल 2018 में एसआईटी की जांच बिठाई थी। एसआईटी जांच की रिपोर्ट के आधार पर अब कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के मुताबिक एसआईटी टीम ने 31 जनवरी 2020 को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में सरकारी शोध संस्थान की लीज को सस्पेंड करने और भवन निर्माण का ऑडिट कराने की सिफारिश की थी। 

गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी केस चल रहा है। यही नहीं, उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला आजम खान को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। आजम खान और उनके परिवार के खिलाफ साल 2019 में कई केस दर्ज किए गए थे। आजम खान के खिलाफ 88 मुकदमें चल रहे। आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ 43 और उनकी पत्नी के खिलाफ भी 22 केस दर्ज हैं। अब्दुल्ला आजम खान 23 महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में वापस लौटे हैं वहीं उनकी पत्नी भी 10 महीने जेल में बिता चुकी हैं। 

दूसरी तरफ आजम खान राजनीतिक रूप से भी कमजरो पड़ रहे हैं। उनकी और अखिलेश यादव के बीच भी तनातनी अब खुलकर सामने आने लगी है। आजम खान ने मंगलवार को ओपी राजभर के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि उन्होंने कभी अखिलेश यादव को धूप में खड़ा नहीं देखा, जब वो उन्हें धूप में खड़ा देखेंगे तो कुछ कहेंगे।

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