पूरी दुनिया में मंकीपाक्स के मामले 19 हजार के आंकड़े को पार कर चूका,भारत में भी इसके चार मामले सामने
भारत में भी मंकीपाक्स इसके 4 मामले सामने आएहै
पूरी दुनिया में मंकीपाक्स के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अमेरिका के सेंटर फार डिजीज कंट्रोल के मुताबिक विश्व के करीब 76 देशों में इसके अब तक 19 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 18 हजार मामले उन 70 देशों में सामने आए हैं जहां पर इसका कोई इतिहास नहीं रहा है।अमेरिका की ही बात करें तो वहां पर 27 जुलाई को इसके सबसे अधिक मामले सामने आए थे। अमेरिका में मंकीपाक्स के 3590 मामले सामने आ चुके हैं। इसको देखते हुए इस बात की आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका आने वाले दिनों में इस बीमारी का विश्व में हाटस्पाट बन सकता है। अभी तक स्पेन में इसके सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। यहां पर इसके मामलों की संख्या 3738 तक पहुंच चुकी है। जर्मनी और ब्रिटेन में भी इसके 2400 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल यूरोप इससे सबसे अधिक पीडि़त है।
एक्सपर्ट का कहना
व्हाइट हाउस में कोविड-19 कार्डिनेटर आशीष झा का कहना है कि इसकी रोकथाम के लिए इंटरनेशनल कम्यूनिटी को साथ में आकर काम करना होगा। उन्होंने अमेरिकी नागरिकों से भी अपील की है कि वो इसको नजरअंदाज न करें और इस वायरस को गंभीरता सें लें। झा ने कहा कि अमेरिका में इसको देखते हुए मंकीपाक्स की टेस्टिंग, वैक्सीन और इसके ट्रीटमेंट को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
इसके शुरुआती लक्षण
सीडीसी का कहना है कि हर कोई इसके लक्षणों से भलीभांति वाकिफ है। इसमें शरीर पर रेशेज हो जाते हैं। यही इसके शुरुआती लक्षण हैं। इसकी नई वैक्सीन के फलस्वरूप कुछ बच्चों में चिकनपाक्स भी हो सकता है। गले में दर्द, गांठ बनना, निगलने में परेशानी और दर्द होना भी इसके लक्षणों में शामिलहै। सीडीसी ने कहा है कि चिकनपाक्स के शिकार बच्चों को एसप्रिन देने से भी मना किया है।
देश में बढ़ सकते हैं मामले
अमेरिका के पब्लिक हेल्थ अधिकारी का कहना है कि देश में जितने मामले मंकीपाक्स के सामने आए हैं, उससे कहीं अधिक मामले देश में हो सकते हैं। आने वाले दिनों में टेस्टिंग के बाद इनका खुलासा भी हो जाएगा। सीडीसी के डायरेक्टर ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आशंका व्यक्त की है कि आने वाले दिनों में अमेरिका में तेजी से मंकीपाक्स के मामले बढ़ सकते हैं।
तीन सप्ताह में सामने आते हैं लक्षण
उन्होंने कहा कि इसके लक्षण संक्रमित होने के करीब तीन सप्ताह बाद दिखाई देते हैं। इसलिए इस माह में देश में अधिक मामले सामने आ सकते हैं। अमेरिका के फेडरल आफिशियल ने पुष्टि की है कि देश में सामने आने वाले मंकीपाक्स के 99 फीसद मामलों में बड़ी वजह पुरुष का पुरुष से संबंध बनाना रहा है।