आइए जानते हैं वायु सेना में महिलाएं कैसे फाइटर पायलट बन सकती हैं

 ऐसे समय में जबकि भारत में महिला पालयट की संख्या पूरे विश्व में सबसे अधिक होने की रिपोर्ट आई है और देश स्वतंत्रता दिवस 2022 पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है आइए जानते हैं भारतीय वायु सेना में महिलाएं कैसे फाइटर पायलट बन सकती हैं।

: इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ वीमन एयरलाइन पायलट्स की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में महिला पायलटों की संख्या पूरे विश्व में सबसे अधिक है। संगठन के आकड़ों के मुताबिक विश्व के सभी देशों में कुल 5.8 फीसदी महिला पायलट हैं और पायलट के महिला-पुरुष अनुपात में भारत 12.4 फीसदी के साथ सबसे आगे है। हालांकि, यह आकड़ा कॉमर्शियल पायलट से सम्बन्धित हैं, लेकिन भारतीय वायु सेना में भी महिलाओं की फाइटर पायलट के तौर पर भी एंट्री (स्थायी कमीशन) खुल जाने से जल्द ही यहां बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। ऐसे समय में जबकि पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस 2022 के अवसर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, देश भक्ति भरे इस अवसर पर आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे महिलाएं भारतीय वायु सेना में भी पायलट बनकर देश सेवा का मौका पा सकती हैं।

ऐसे महिलाएं बन सकती हैं वायु सेना में फाइटर पायलट

महिलाओं को भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट बनने के लिए पहले आइएफ के फ्लाइंग ब्रांच में एंट्री लेनी होगी। इसके लिए दो विकल्प हैं। पहला, 12वीं के स्तर के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परीक्षा और दूसरा, स्नातक स्तर के लिए एयर फोर्स कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (एएफकैट)। एनडीए परीक्षा का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष दो बार किया जाता है, अधिक जानकारी की आधिकारिक वेबसाइट, upsc.gov.in पर विजिट करें। वहीं, स्नातकों उत्तीर्ण होने पर एयर फोर्स कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (एएफकैट) का आयोजन वायु सेना द्वारा ही किया जाता है, अधिक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट, afcat.cdac.in से ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, एनसीसी एयर विंग में सी सर्टिफिकेट (बी ग्रेड) प्राप्त होने से भी महिला उम्मीदवारों को भारतीय वायु सेना के फ्लाईंग ब्रांच में एंट्री मिल सकती है, जिसके लिए आइएएफ द्वारा वर्ष में दो बार जून और दिसंबर माह में रोजगार समाचार में विज्ञापन निकाला जाता है, जहां से अधिक जानकारी ले सकते हैं।

वायु सेना में फाइटर पायलट की चयन प्रक्रिया

एनडीए और सीडीएस परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों को रक्षा मंत्रालय के सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित होने वाले इंटरव्यू राउंड में सम्मिलित होना होता है। इसके बाद, उम्मीदवारों की मेरिट और उनके प्रिफ्रेंस के आधार पर चयन किया जाता है और फिर एयर फोर्स ट्रेनिंग बेस पर स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है। इसे पूरा करने के बाद एयर फोर्स में फ्लाईंग ऑफिसर के तौर पर स्थायी कमीशन दिया जाएगा। कमीशन मिलने के बाद फीमेल फ्लाईंग ऑफिसर के फाइटर पायलट के तौर पर सेवा का अवसर मिलेगा।

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