टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद में दो युवकों पर चाकू से हमला
शिमोगा के आमिर अहमद सर्कल में स्वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर और मैसूरु के शासक रहे टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद में सोमवार को दो युवकों पर चाकू से हमला कर दिया गया। घायल युवकों की पहचान प्रेम सिंह और प्रवीण के रूप में हुई है। युवकों का इलाज चल रहा है।
चाकूबाजी की घटना के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। इलाके में तनाव को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है। वहीं, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। शिवमोगा के कलेक्टर ने मंगलवार को शहर और भद्रावती टाउन लिमिट में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। कलेक्टर ने कहा कि इन दोनों जगहों पर 18 अगस्त तक धारा 144 लागू रहेगी
शिमोगा के आमिर अहमद सर्कल में स्वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर और मैसूरु के शासक रहे टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद में सोमवार को दो युवकों पर चाकू से हमला कर दिया गया। घायल युवकों की पहचान प्रेम सिंह और प्रवीण के रूप में हुई है। युवकों का इलाज चल रहा है।
चाकूबाजी की घटना के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। इलाके में तनाव को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है। वहीं, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। शिवमोगा के कलेक्टर ने मंगलवार को शहर और भद्रावती टाउन लिमिट में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। कलेक्टर ने कहा कि इन दोनों जगहों पर 18 अगस्त तक धारा 144 लागू रहेगी
मुख्यमंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा, घटना नहीं होनी चाहिए थी। मैंने शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
10 लोग हिरासत में लिए गए
इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। शहर में 18 अगस्त तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। 10 लोगों को हिरासत में लिया है। चाकूबाजी करने वाले बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है।
जानें- क्या है पूरा मामला
76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक समूह ने सर्कल में हाई मास्ट लाइट पोल पर सावरकर का पोस्टर लगाने का प्रयास किया। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और वहां टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने का प्रयास किया। इससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बाद में अधिकारियों ने उस स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया है। भाजपा ने प्रदर्शन कर मांग की कि सावरकर के पोस्टर को लगाने की अनुमति दी जाए।