यूक्रेन जंग के दौरान अमेरिकी HARM मिसाइल की खूब चर्चा
रूस यूक्रेन जंग के दौरान अमेरिकी HARM मिसाइल की खूब चर्चा है। इस जंग में रूसी सेना और उसके हथियार पस्त हो गए हैं। यूक्रेनी सेना अब आक्रामक मूड में दिख रही है। इस बढ़त में यूकेनी हथियारों की चर्चा भी हो रही है। इन हथियारों में अमेरिकी HARM एंटी रडार मिसाइल की खास चर्चा है। यह एंटी रडार मिसाइल रूसी S-400 पर हावी रही। इस जंग के दौरान इसकी उपयोगिता को देखते हुए अमेरिकी सेना भी HARM मिसाइल की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अमेरिका की इस एंटी रडार मिसाइल की क्या खूबियां हैं। आखिर अमेरिकी सेना ने इसकी और मांग क्यों की है। ऐसे में सवाल उठता है कि एजीएम-88 एचएआरएम किस तरह की मिसाइल है। रूस- यूक्रेन में चल रहे युद्ध में इसका क्या असर हो सकता है। अमेरिका ने रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए यूक्रेन को ये एंटी-रडार मिसाइल क्यों दी। साथ ही इस मिसाइल की क्या खूबियां हैं?
रूस ने नाटो और अमेरिका पर लगाए आरोप
इस मिसाइल की चर्चा उस वक्त भी हुई थी, जब रूस ने अमेरिका और नाटो पर यूक्रेन को खतरनाक हथियार देने का आरोप लगाया था। इसके बाद अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की थी कि बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को कुछ एंटी रडार मिसाइल की आपूर्ति की है। इन्हें यूक्रेनी वायु सेना के कुछ विमानों से दागा जा सकता है। इस बयान ने रूस के उन आरोपों को सही साबित किया है कि नाटो की हथियारों की सूची का हिस्सा एक अमेरिकी एंटी-रडार मिसाइल एजीएम-88 हार्म का इस्तेमाल जंग के दौरान किया गया है। रूस का दावा है कि एजीएम -88 HARM के अवशेष एक रूसी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट के पास पाए गए हैं।
इसकी क्या हैं खूबियां
1- एजीएम-88 एचएआरएम हवा से सतह पर मार करने वाली एक एंटी रडार मिसाइल है। इस मिसाइल का पूरा नाम हाई-स्पीड एंटी-रेडिएशन मिसाइल है। यह लड़ाकू विमानों से दागा गया एक हथियार है। इसमें शत्रु के रडार स्टेशनों द्वारा उत्सर्जित विकिरण का पता लगाने की क्षमता होती है। यह मिसाइल दुश्मन के ऐसी जगहों पर घुस करके वार करने की क्षमता रखती है। यानी यह रूसी एस-400 से निपटने के लिए एक कारगर मिसाइल है।
2- इस मिसाइल की लंबाई 14 मीटर है। इसका व्यास केवल 10 इंच है। इसका वजन लगभग 360 किलोग्राम है। इसमें विखंडन प्रकार का वारहेड है जो रडार लक्ष्यों के लिए अनुकूलित है। इसमें एक एंटी-रडार होमिंग सीकर ब्राडबैंड आरएफ एंटीना और रिसीवर और एक सालिड स्टेट डिजिटल प्रोसेसर भी इनकारपोरेटेड है। मिसाइल की मारक क्षमता 100 किलोमीटर से अधिक है।
3- अमेरिका ने मार्च 1983 में HARM मिसाइल को पूर्ण उत्पादन के लिए मंजूरी दी थी। वर्ष 1991 में HARM का उपयोग अमेरिकी नौसेना, मरीन कार्प्स और वायु सेना द्वारा बड़े पैमाने पर आपरेशन डेजर्ट स्टार्म में खाड़ी युद्ध के दौरान किया गया था। 2013 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पहली बार AGM-88 को इजराइल को देने की पेशकश की। नवंबर 2005 में, इतालवी रक्षा मंत्रालय और अमेरिका रक्षा विभाग ने इस मिसाइल के संयुक्त विकास पर समझौता किया। दिसंबर 2019 में, जर्मन वायु सेना ने भी इस मिसाइल को लेने के लिए सेना को हरी झंडी दी है।
4- इस मिसाइल को अमेरिका के टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स द्वारा विकसित किया गया था। अब इसे कुछ बदलाव के साथ प्रमुख अमेरिकी रक्षा ठेकेदार रेथियान कार्पोरेशन द्वारा निर्मित किया गया है। हवा से सतह पर मार करने वाली एक एंटी रडार मिसाइल है। इस मिसाइल की खासियत है कि यह मिलाइस दुश्मन के रडार सिस्टम को भेदने में सक्षम है। दुश्मन के रडार से आने वाले उत्सर्जित विकिरण को पता लगाकर उन्हें यह नष्ट कर सकती है।
नाटो ने चोरी से यूक्रेनी वायुसेना को दी मदद
सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में यह पहला मौका है जिसमें हथियार का इस्तेमाल अमेरिका के अलावा किसी अन्य सेना द्वारा किए जाने की पुष्टि की गई है। हालांकि, यूक्रेनी वायु सेना में सीमित संख्या में विमानों को देखते हुए इसकी उपयोगिता सवालों के घेरे में है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यूक्रेन के पास मिसाइल के साथ काम आने के लिए जाने जाने वाले विमान नहीं हैं। ऐसी अटकलें हैं कि मिसाइलों को नाटो विमानों द्वारा गुप्त रूप से लड़ाकू भूमिकाओं में यूक्रेन की सेना का समर्थन करते हुए दागा गया होगा।