दिनांक 29 सितम्बर, 2022 की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु
दिनांक 29 मार्च, 2022 को अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने के पश्चात् वर्तमान अध्यक्ष के छह माह के कार्यकाल में निम्नलिखित गतिविधियां सम्पन्न हुईंः-
(1) माननीय राष्ट्रपति महोदय द्वारा विधान मण्डल के संयुक्त सदन को सम्बोधित किया गया।
(2) देश की सबसे बड़ी उत्तर प्रदेश की विधान सभा में ई-विधान की व्यवस्था की गई, जिसको पूरे देश में सराहा गया। ई-विधान का उद्घाटन लोकसभा के माननीय अध्यक्ष, श्री ओम बिरला, द्वारा किया गया एवं उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।
(3) ई-विधान के लागू होने के पश्चात् सभी माननीय विधायकों को इसका प्रशिक्षण दिया गया एवं संतोष की बात है कि लगभग 90 प्रतिशत से अधिक विधायक इसका उपयोग भी करते हैं एवं विधान सभा में कागज के प्रयोग की संख्या कम हुई है।
(4) विधान सभा के सदस्यों को उनकी शैक्षणिक योग्यता एवं उनके व्यवसाय के आधार पर उनके समूह बनाकर उनके साथ भोजन पर संवाद भी किया गया, जिससे उनकी समस्याएं ज्ञात हुईं। इस प्रकार समूह बनाकर माननीय विधायकों के साथ संवाद करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि अध्यक्ष अपनी अपेक्षाओं से अवगत कराते हैं तथा इससे सदन के संचालन में भी सहयोग रहता है। यह पूरे देश में एक अभिनव प्रयोग है, विशेष रूप से विधायिका की बैठकें कम होने के दृष्टिकोण से माननीय सदस्यों के साथ इस प्रकार का संवाद विधायकों की उपादेयता को सिद्ध करेगा।
(5) अठारहवीं विधान सभा के गठन के पश्चात् दोनों सत्रों में यह विशेष उपलब्धि रही कि सदन में स्थगन नहीं रहा एवं अधिक से अधिक प्रश्न सदन में लिए गए एवं कई बार सभी तारांकित प्रश्नों पर चर्चा हुई।
(6) माननीय विधायकों द्वारा वृहद् संख्या में याचिकाएं प्रस्तुत की गई, जिससे जनहित के कार्य सम्पन्न होंगे। इसके अतिरिक्त नियम-301 एवं 51 में भी उदारतापूर्वक माननीय विधायकों की सूचनाओं को स्वीकार किया गया। सदन की बैठकें देर रात तक भी संचालित की गई, जिससे सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से सम्पन्न किया जा सका।
(7) उपर्युक्त के अतिरिक्त विधान भवन में कई क्षेत्रों में जीर्र्णांेद्धार किया गया। विशेष रूप से चित्र-वीथिका एवं कॉरिडोर की साज-सज्जा की गई एवं विधान सभा की गरिमा को सुनिश्चित भी किया गया।
(8) सदन में ‘हाँ एवं ‘ना लॉबी में भी जीर्णोंद्धार किया गया एवं कई कार्य प्रगति पर हैं। इसके अतिरिक्त अन्य कॉरिडोर्स में इस प्रकार से पुनरोद्धार किया गया।
(9) विधान सभा की गरिमा के अनुरूप अवस्थापना के संदर्भ में कतिपय अन्य कार्य किए जाएंगे।
(10) विधान सभा में एक्सेस कंट्रोल के सिस्टम स्थापित करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को संसद के समान बनाया गया, जिसका दूसरा चरण शीघ्र ही पूर्ण किया जाएगा। इस सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत सभी माननीय सदस्यों के वाहनों में ‘चिप’ के माध्यम से यह व्यवस्था की जाएगी के उनके वाहन बिना किसी रुकावट के अंदर का सकें एवं अन्य वाहनों को रोका जाएगा।
(11) सभी माननीय सदस्यों को ई-विधान योजना के अंतर्गत टैबलेट भी वितरित किए गए, जिसमें ई-विधान से संबंधित समस्त सॉफ्टवेयर एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध कराई गई।
(12) विधान सभा के सत्र के दौरान जिन माननीय सदस्यों की जन्मतिथि पड़ती है, उनको सदन के अंदर बधाई देने के परम्परा भी प्रारम्भ की गई है।
(13) आजादी के बाद देश की किसी भी विधान सभा में प्रथम बार महिला विधायकों के लिए एक विशेष उपवेशन सम्पन्न हुआ। सभी माननीय महिला सदस्यों द्वारा इस उपवेशन में भाग लिया गया एवं इसकी चर्चा पूरे देश में हुई।
भविष्य में सम्पन्न होने वाले कार्यों की योजना
(14) शीघ्र ही विधान सभा की कार्यवाही की निष्पक्ष रिपोर्टिंग केसंबंध में संसदीय पत्रकारिता पर एक गोष्ठी आहूत की जाएगी, जिसमें वरिष्ठ पत्रकारों एवं वरिष्ठ राजनीतिक महानुभावों द्वारा इस पर चर्चा की जाएगी कि किस प्रकार से सदन की कार्यवाही की रिपोर्टिंग निष्पक्ष रूप से एवं सकारात्मक रूप से की जा सके। देश में प्रथम बार इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
(15) उत्तर प्रदेश विधान सभा के तत्वावधान में युवा संसद (यूथ पार्लियामेंट) आहूत किए जाने की भी योजना है, जिसमें युवाओं को आमंत्रित करके युवा संसद का कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाएगा। इस युवा संसद की रूपरेखा को शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जाएगा। इस युवा संसद का मुख्य उद्देश्य यह होगा कि प्रदेश केे युवा, संसद एवं उसकी कार्यवाही के प्रति संवेदनशील हों एवं उनको इस बात के लिए उत्साहित किया जा सके किवे संसदीय जीवन में आने की भी अभिलाषा रखें।
(16) विधान सभा की प्रक्रिया एवं नियमावली की जटिलताओं के कारण नव-निर्वाचित विधायकों को उसको समझने में कठिनाई होती है, अतः यह योजना भी बनाई जा रही है कि विधान सभा की प्रक्रिया एवं नियमावली को सरलीकृत रूप में प्रकाशित कराकर सभी माननीय सदस्यों को वितरित कराया जाए, जिससे वे विधान सभा की नियमावली के विषय में भिज्ञ हो सकें एवं उसका निर्वहन कर सकें।