स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता अब एनडीए के नए पार्टनर शिवसेना के शिंदे गुट के पास जा सकती 
लोकसभा और राज्यसभा दोनों की स्टैंडिंग कमेटी का आने वाले दिनों में फिर से गठन हो सकता है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के हाथ से कई कमेटियां छिनने वाली हैं, जहां उसके नेता चेयरमैन हैं। इसमें कम्युनिकेशन एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी के लिए स्टैंडिंग कमेटी भी शामिल है, जिसके अध्यक्ष लोकसभा सांसद शशि थरूर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस कमेटी की अध्यक्षता अब एनडीए के नए पार्टनर शिवसेना के शिंदे गुट के पास जा सकती है। शिवसेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने सांसद प्रतापराव जाधव का नाम इसके लिए आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी को आईटी कमेटी की अध्यक्षता ऑफर की गई है। हमने इसके लिए जाधव के नाम पर मुहर लगाई है।’
ठाकरे से बगावत करने वालों में शामिल जाधव
प्रतापराव जाधव महाराष्ट्र की बुलढाना लोकसभा सीट से सांसद हैं। जाधव शिवसेना के उन सांसदों में शामिल हैं, जो उद्धव ठाकरे से बगावत करके एकनाथ शिंदे कैंप में चले गए। मालूम हो कि कार्ति चिदंबरम, जॉन ब्रिटास सहित कई विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है, जिसमें आईटी पैनल के अध्यक्ष के रूप में थरूर का कार्यकाल जारी रखने की मांग की गई है।
थरूर को लेकर भाजपा में पहले से आपत्ति
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के लिए स्थायी समिति सत्तारूढ़ भाजपा सांसदों और अध्यक्ष थरूर के नेतृत्व वाले विपक्षी सांसदों के बीच विवाद का केंद्र रही है। आईटी पैनल के सदस्य निशिकांत दुबे ने कई मौकों पर थरूर को हटाने की मांग रखी है। इसके लिए उन्होंने थरूर पर पार्टी संचालित एजेंडे के तहत काम करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव भी लाए गए। सितंबर 2019 में तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सांसद शशि थरूर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था।