काशी में पंचकोसी मार्ग पर धड़ल्ले से चल रही शराब की दुकानें हों बंद : आशुतोष
वाराणसी। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विधान परिषद के शीत कालीन सत्र के दौरान काशी के पंचकोशी यात्रा पर धड़ल्ले से चल रही शराब की दुकानों को बंद करने की मांग सदन में उठाई है।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि काशी भगवान शिव के त्रिशूल पर बसी सम्पूर्ण विश्व की धार्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी है। यहाँ की पंचकोशी यात्रा भगवान श्री राम के द्वारा अपने पिता जी श्री दशरथ को श्रवण कुमार के माता-पिता से मिले शाप से मुक्त करने के लिए की गई थी। इस पंचक्रोशी यात्रा के दौरान 108 शिवलिंग, 56 मंदिर, 11 विनयक, 10 अन्य शिव मंदिर, 10 देवी, 4 विष्णु, 2 भैरव, और 14 अन्य देवताओं के छोटे मन्दिर हैं, जिनका यात्रा के दौरान दर्शन पूजन का विधान है। जून में मा0 आबकारी मंत्री जी द्वारा बयान दिया गया जिसमें बताया गया कि अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा के 15 किलोमीटर की परिधि में शराब बिक्री पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गई है।
इसके तहत प्रतिबंधित क्षेत्र में आने वाली सभी शराब की दुकानों के लाइसेंस को निरस्त कर, इस क्षेत्र में पूर्ण रूप से शराबबंदी कर दी गई है। इसी तरह मथुरा-वृंदावन में भी शराब बंदी पहले से थी। अगर ऐसी व्यवस्था अयोध्या, मथुरा- वृदांवन में है तो फिर धर्म और संस्कृति की राजधानी काशी में ऐसा अभी तक क्यों संभव नहीं हो पाया है?
क्या काशी के छोटे-छोटे मन्दिरों को भाजपा सरकार मन्दिर नही मानती, जो इनके आस-पास के शराब की दुकानों पर प्रतिबन्ध लगाने में आनाकानी कर रही है? श्री सिन्हा जी के इस बात पर मा0 आबकारी मंत्री ने चुप्पी साध ली।
उन्होंने बात जारी रखते हुए कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों के तमाम प्रयासों के बावजूद आज भी काशी में पंचकोसी मार्ग पर शराब की दुकाने धड़ल्ले से चल रही हैं जिसको बंद कराने की नीयत सरकार मे दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार को जनता की धर्मिक आस्था से कोई सरोकार नही है बल्कि यह सरकार ‘बाप बड़ा ना भाइया, सबसे बड़ा रुपइया’ की तर्ज़ पर कार्य कर रही है, जिसके लिए केवल अपना लाभ ही सर्वोपरि है।
अंत में श्री सिन्हा जी ने कहा कि काशी की पंचकोशी यात्रा अति महत्वपूर्ण यात्रा है, जिसपर शराब की पूर्ण बंदी आवश्यक है, जिस पर मा0 आबकारी मंत्री ने गोल-मटोल जवाब देते हुए कहा कि सरकार को जहाँ पर भी जिस चीज़ के बंदी की आवश्यकता होगी, वह बंद की जाएगी, जिससे स्पष्ट है कि पंचकोशी मार्ग पर स्थित शराब के दुकानों की पूर्ण बंदी वर्तमान सरकार की प्राथमिकताओं में नही है।